बाढ़: दो सगी बहनों की ब्लाइंड केस पर सवाल, हत्या या आत्महत्या?

बाढ़ (अखिलेश्वर सिन्हा)। थाने के ढेलवा गोसाई बाजीतपुर रोड में गुरुवार की देर रात्रि दो नाबालिग सगी बहनों का घर में शव मिलने से पूरे मोहल्ले में सनसनी फैल गई है। दोनों बच्चियों के गले में दुपट्टे का फंदा लगा हुआ था, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि उक्त बच्चियों ने आत्महत्या की है या फिर किसी ने उसकी हत्या कर उसके शव को फंदे से टांग दिया है, जो जांच का विषय है साथ इस ब्लाइंड केस को सुलझाना पटना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मृतक के पिता दर्जी का काम करते हैं और वह काम करने के लिए घर से बाहर गए हुए थे। वारदात के समय घर में कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था। जिससे इस आशंका को भी बल मिल रहा है कि उक्त बच्चियों की हत्या की गई है। दर्जी के काम करने वाले मोहम्मद मुख्तार के घर में उसकी बेटी दामिनी खातून 12 वर्ष और दिलखुश खातून उम्र 10 वर्ष अकेली थी। पिता बाढ़ के स्टेशन बाजार में काम करने गया था, जबकि मां अपने मायके से छोटी बेटी के साथ गुरुवार की शाम 6 बजे अपने घर पहुंची। दोनों बच्चियों को खाट पर मृत देख शाहिना खातून चिल्लाने लगी। मां के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही ग्रामीण एसपी कांतेय मिश्रा, एएसपी लिपि सिंह, बाढ़ थानाध्यक्ष संजीत कुमार सहित कई थानाध्यक्ष मौका ए वारदात पर पहुंचे और बिना देर किए जांच पड़ताल शुरू करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ग्रामीण एसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले पर से पर्दा हट पाएगा। वहीं परिजन इसे रंजिश में गला घोटकर हत्या की आशंका जता रहे हैं। मृतक दामिनी खाटून 9 वीं कक्षा की छात्रा थी जबकि दिलखुश छठी कक्षा में पढ़ रही थी। दिलखुश को कम नजर आता था।

बहरहाल पुलिस घटना को हत्या से जोड़कर छानबीन कर रही है। अगर यह हत्या की घटना है तो इस दोहरा हत्याकांड को सुलझाना पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती है, क्योंकि पुलिस के पास वैसे कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है, जिससे कि वह आसानी से अपराधियों के करीब पहुंच सके। इस ब्लाइंड केस को पुलिस कितना सुलझा पाने में सक्षम होती है, देखने वाली बात होगी।

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