कुछ करना है तो जीवन में निराशा को पास नहीं आने दिजिए : हसन अहमद नूरी

पटना। टीपीएस कॉलेज के सेमिनार हॉल में खेल-कूद, जिम्नास्टिक एवं सर्वांगीन विकास पर छात्र-छात्राओं के बीच विशेष संवाद का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों में विशेष जागृति एवं रूचि पैदा करने के लिए बैंगलोर से आये हुए विशिष्ट उत्पाद खेल प्रबंधक ‘स्पोर्ट भीलेज’ हसन अहमद नूरी ने अपना विचार व्यक्त किया। कहा कि हमें अगर कुछ करना है तो जीवन में निराशा को अपने पास नहीं आने देना है। हम खेल के माध्यम से दूर कर सकते हैं। अपने अंदर नई ऊर्जा उत्पन्न कर जीवन में आगे बढ़ने का संकल्प ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज बहुत से बच्चे निराशा में अपने जीवन लीला को ही समाप्त कर ले रहे हैं, जो कि सभ्य समाज में नहीं होना चाहिए। समाज के प्रति अपना कर्तव्य भी खेल के माध्यम से पूरा कर सकते है। यह हमें एकता भी सिखाता है।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह का कहना था कि यह पहले जमाने की कहावत है ‘खेलोगे-कुदोगे तो होगे खराब, पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब’। अब आप खेल के माध्यम से नवाब ही नहीं भगवान भी बन सकते हैं और उसका उदाहरण उन्होंने सचिन तेंदुलकर जो खेल की दुनिया के भगवान हैं, को दिया ।
इस अवसर पर प्रो. हेमलता सिंह ने बच्चों को मोबाइल से न खेलकर खुले में खेलने का सलाह किया है। इस अवसर पर प्रो. नुपुर शर्मा, प्रो. ज्योत्सना, प्रो. रघुवंश मनी, प्रो. मुकुंद कुमार एवं सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने अपने जीवन में एक न एक खेल खेलने का भी संकल्प लिया।

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