बिहार के डाटा एंट्री ऑपरेटरो सरकार के प्रति जताया विरोध, ऑफिस में काला बिल्ला लगाकर किया काम

पटना। बिहार में आउटसोर्स पर काम कर रहे डाटा एंट्री ऑपरेटर आंदोलन पर हैं। काला बिल्ला लगाकर सरकारी कार्यालय में ड्यूटी बजा रहे हैं। इनका आंदोलन 11 नवंबर तक चलेगा। सचिवालय से लेकर पंचायत स्तर तक कंप्यूटर ऑपरेटर इसी तरह से कम कर रहे हैं। दो दशक से ड्यूटी कर रहे हैं, डाटा एंट्री ऑपरेटर की एक बस मांग है कि उनकी सेवा समायोजित की जाए। आउटसोर्सिंग नहीं समायोजन। सरकारी कर्मचारियों में उनका समायोजन किया जाए। कांटेक्ट पर हो पर समायोजन सरकार के साथ हो। बिहार के डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ ने लंबित मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। पिछले शनिवार को पटना स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति संग्रहालय के परिसर में संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। बिहार राज्य डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार यादव ने मीटिंग बुलाई थी। जिसमें काफी संख्या में कंप्यूटर ऑपरेटर पहुंचे थे। बिहार में कंप्यूटर ऑपरेटर सचिवालय से लेकर प्रखंड स्तर तक पर तैनात हैं। सरकारी कार्य का निपटारा इनके माध्यम से ही होता है। फाइल पर टिप्पणी हो या फिर ऑनलाइन कार्य सब किया जाता है। मुख्यमंत्री सचिवालय हो या फिर प्रखंड कार्यालय, हर कार्यालय में उनकी धमक है। डाटा एंट्री ऑपरेटर के हड़ताल पर जाने के बाद बिहार सरकार के काम प्रभावित हो सकते हैं।

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