पालीगंज : पटना से इलाज करवा कर लौटे रहे दंपती ट्रक की चपेट में आए, पत्नी की मौत, पति बाल-बाल बचा

पालीगंज । राजकीय 10+2 उच्च विद्यालय के सामने सोमवार को पटना से इलाज करवा बाइक से अपने घर लौट रहे दंपती ट्रक की चपेट में आ गए। इसमें पत्नी की मौत घटनास्थल पर हो गई वही पति बच गया। इस घटना की सूचना के बाद पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया व कानूनी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए पालीगंज अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

पालीगंज थाना क्षेत्र के मखमिलपुर गांव के शिव मिश्रा अपनी पत्नी के साथ बाइक पर सवार होकर सोमवार की सुबह पटना से अपने घर आ रहा था। जैसे ही वह पालीगंज बाजार के राजकीय उच्च विद्यालय के गेट के पास सड़क पर पहुंचा की बाइक बगल में मछली बेचनेवालों की ओर से सड़क पर गिराए गए पानी के कारण फिसलकर गिर पड़ा।

इस दौरान बाइक पर सवार पत्नी रम्भा मिश्रा वहां से गुजर रहे ट्रक के पिछले चक्के के नीचे चली गई। उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि पति शिव मिश्रा बाल बाल बच गया।

जिसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पालीगंज पुलिस शव को कब्जे में ले लिया व कानूनी प्रक्रिया पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए पालीगंज अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। बता दें कि दंपती रविवार को इलाज करवाने पटना गया था। जहां से लौटते समय यह हादसा सोमवार की सुबह पालीगंज में हुआ।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह घटना पालीगंज अनुमंडल बाजार की सड़कों पर हो रहे अतिक्रमण के कारण हुई है। लोगों की मानें तो वहां पर सड़क की चौड़ाई 24 फुट है।

लेकिन एक ओर मछली बेंचनेवालों के पास भीड़ लगी रहती है। तो दूसरी ओर ठेले व खेमचेवाले बेतरतीब तरीके से अपनी अस्थाई दुकान लगाए रहता है। जिससे मात्र आवागमन के लिए 8 फुट सड़क की चौड़ाई बची रहती है।

साथ ही मछली बेचनेवाले पानी गिराकर सड़क को किचकिच कर देते हैं। यह स्थिति केवल घटनास्थल की ही नही बल्कि पूरे बाजार से गुजरनेवाली मुख्य सड़क की है।

जगह-जगह पर गाड़ियों की अवैध पार्किंग तथा वाहन पड़ाव के कारण सड़क तंगहाली झेल रही है तो बीच बाजार में सब्जी मंडी होने से सड़को पर प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है।

यहां तक कि थाने के आसपास व मुख्य गेट पर भी अतिक्रमण हो रहा है। जिससे हमेशा हादसे होने की संभावना बनी रहती है। फिर भी प्रशासन चुप्पी साधे रहती है। प्रशासन की क्या मजबूरी है यह आम लोगो की समझ से बाहर है।

वहीं घटना के बाद घटनास्थल पर सैकड़ो की संख्या मे जुटे लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि बाजार की सड़कों से कब अतिक्रमण हटेगी यह कह पाना मुश्किल है।

जबतक बाजार की सड़कें अतिक्रमणमुक्त नही होगी बाजार की सड़कों पर भीड़ जमा होना स्वभाविक है। और ऐसी स्थिति में हादसे को रोका नही जा सकता।

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