पटना के होटल पाटलिपुत्र अशोक में कोरोना जांच के लिए पत्थरबाजी व तोड़फोड़

पटना। राजधानी पटना के होटल पाटलिपुत्र अशोक में शुक्रवार को कोरोना जांच को लेकर लोगों ने बवाल व तोड़फोड़ किया। जांच के लिए वहां जमा भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, इस पत्थरबाजी में रजिस्ट्रेशन के लिए लगा बोर्ड क्षतिग्रस्त हो गया, खिड़कियों के शीशे टूट गए। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों का कोई अता-पता नहीं था। रिपोर्ट देर से आने की वजह से लोगों ने काउंटर पर तोड़फोड़ की। कई लोग अपनी जांच जल्दी कराने के लिए उग्र हो गए। शुक्रवार 12 बजे दोपहर तक 1600 लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका था। बता दें यहां गुरुवार को भी जांच के दौरान पत्थरबाजी कर दी गई थी। यहां स्मिता नाम की कर्मी कल बेहोश हो गई थी और वह आज नहीं आई।
जानकारी है कि यहां देर से जांच शुरू हुई। वहीं रिपोर्ट आने में देर होने पर लोगों ने एक बजे हंगामा किया। 9 अप्रैल को 2 अप्रैल तक की रिपोर्ट ही आई है। उसमें भी कई की रिपोर्ट नहीं आई है। लोगों द्वारा किए गए तोड़फोड़ में रिपोर्ट देने वाले कर्मी के हाथ में चोट लगी है। इसके बाद वहां रिपोर्ट देने का काम बाधित हो गया।
इस सेंटर के कर्मी ने बताया कि शुक्रवार को एक दिन में 90 रैपिड एंटिजन टेस्ट किए गए, जिसमें 41 लोग पॉजिटिव पाए गए। जांच कार्य में लगे कर्मी बताते हैं कि ऐसा रेशियो पिछले बार कोरोना की पैनिक स्थिति में भी नहीं पाया गया था। होटल पाटलिपुत्र अशोक कोरोना के मद्देनजर बहुत संवेदनशील जगह है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां कोरोना के मरीज भी भर्ती हैं। यहां वैक्सीनेशन तो नहीं हो रहा, लेकिन कोविड की जांच की व्यवस्था की गई है।
बता दें यहां सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना की अन्य गाइडलाइन का पालन कराने के लिए एक मजिस्ट्रेट और एक पुलिस पदाधिकारी के अलावा पुलिस के 3 जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन, शुक्रवार के 12 बजे तक यहां सिर्फ मजिस्ट्रेट और एक महिला कांस्टेबल पहुंची थी।

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