कोरोना का खतरा बढ़ने के बाद पटना में लगी बूस्टर डोज लगाने की होड़, अस्पतालों में कोविशील्ड वैक्सीन की भारी कमी

पटना। कोरोना के ओमिक्रोन बीएफ-7 वैरियंट के चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में कहर ढाते देख देश व प्रदेश के लोग सतर्क हो गए हैं। यही कारण है कि राजधानी पटना में जहां प्रिकाशनरी डोज नहीं लेने के कारण वैक्सीन एक्सपायर हो रही थी, अब उसी के लिए आमजन को अस्पतालों से मायूस लौटना पड़ रहा है। न्यू गार्डिनर समेत कुछ अस्पतालों को छोड़ दें तो अधिकतर जगह को-वैक्सीन तो उपलब्ध है लेकिन कोवि-शील्ड और कार्बेवैक्स वैक्सीन कहीं नहीं है। वही विभाग को इस बाबत जानकारी दे दी गई है। कोविशील्ड और कार्बेवैक्स वैक्सीन आते ही सभी अस्पतालों को मुहैया करा दी जाएगी। शुरुआती दौर में अधिकतर लोगों ने कोवि-शील्ड वैक्सीन ली थी। दो डोज के बाद जब कोरोना संक्रमण के मामले नियंत्रित हो गए तो अधिकतर लोगों ने आग्रह के बावजूद प्रिकाशनरी डोज नहीं ली थी। वही जिले में अभी को-वैक्सीन की करीब डेढ़ लाख डोज उपलब्ध हैं। कुछ अस्पतालों को छोड़ दें तो गर्दनीबाग, जयप्रभा समेत सभी छोटे-बड़े अस्तपालों में जाकर लोग प्रिकाशनरी डोज ले सकते हैं। कोवि-शील्ड व कार्बेवैक्स खत्म है, जल्द ही आने की उम्मीद है। आते ही अस्पतालों को मुहैया कराने की पूरी तैयारी है। इस संबध में सिविल सर्जन डा. केके राय ने बताया कि ओमिक्रोन के जिस बीएफ-7 वैरियंट की चर्चा है, देश में अभी उसके बहुत कम मामले सामने आए हैं।
कोरोना से निपटने के लिए पटना में माक ड्रिल कल
प्रदेश में अबतक तेजी से फैलने वाले ओमिक्रोन के बीएफ-7 वैरियंट का भले ही एक भी मामला नहीं मिला है पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर मेडिकल कालेजों, आइजीआइएमएस तक में इलाज के लिए जरूरी संसाधनों की उपलब्धता परखने के लिए चेक लिस्ट के साथ माक ड्रिल की जाएगी।

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