December 31, 2025

नवीन किशोर सिन्हा की पुण्यतिथि पर सीएम ने दी श्रद्धांजलि, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष समेत कई नेताओं ने किया नमन

पटना। बिहार की राजनीति में सादगी, संगठनात्मक क्षमता और जनसेवा के लिए पहचाने जाने वाले स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा की 20वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पटना के नवीन सिन्हा पार्क में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बुधवार की सुबह आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य के शीर्ष नेतृत्व के साथ-साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देना था, बल्कि उनके विचारों और कार्यों को स्मरण कर नई पीढ़ी को प्रेरणा देना भी था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दी श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह नवीन सिन्हा पार्क पहुंचे और स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा के चित्र एवं प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने उनके राजनीतिक और सामाजिक योगदान को याद करते हुए कहा कि वे जनसेवा और संगठन निर्माण के प्रति पूरी निष्ठा से समर्पित रहे। उनके कार्यों का प्रभाव आज भी बिहार की राजनीति और सामाजिक जीवन में देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष महत्व प्रदान किया।
राज्यपाल और उपमुख्यमंत्रियों की मौजूदगी
इस अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने स्वर्गीय नवीन किशोर सिन्हा के व्यक्तित्व को याद करते हुए कहा कि वे विचारों से मजबूत और व्यवहार से विनम्र नेता थे। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने भी पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके संगठनात्मक कौशल की सराहना की। नेताओं ने कहा कि नवीन किशोर सिन्हा ने भाजपा के लिए मजबूत आधार तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी।
भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की भागीदारी
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा के सैकड़ों वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा को याद किया और उनके योगदान को पार्टी के इतिहास का महत्वपूर्ण अध्याय बताया। नेताओं ने कहा कि उन्होंने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए निरंतर कार्य किया और कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने की परंपरा स्थापित की। यही कारण है कि आज भी पार्टी के भीतर उनका नाम सम्मान के साथ लिया जाता है।
संगठनात्मक योगदान और राजनीतिक विरासत
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने स्वर्गीय नवीन किशोर सिन्हा के राजनीतिक जीवन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि नवीन किशोर सिन्हा उन नेताओं में थे, जिन्होंने संगठन को केवल चुनावी मंच तक सीमित नहीं रखा, बल्कि सामाजिक सरोकारों से जोड़कर आगे बढ़ाया। उनके प्रयासों से बिहार में भाजपा को नई दिशा और पहचान मिली। जनसेवा, अनुशासन और संगठन के प्रति समर्पण उनके राजनीतिक जीवन की प्रमुख विशेषताएं रहीं।
पुत्र नितिन नवीन ने किया भावुक संबोधन
श्रद्धांजलि सभा में उनके पुत्र और भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन ने भी अपने पिता को याद करते हुए भावुक संबोधन किया। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने हमेशा समाज के साथ जुड़कर काम करने की सीख दी। नितिन नवीन ने कहा कि वे अपने पिता द्वारा दिखाए गए रास्तों पर चलने का प्रयास करेंगे और समाज के हर व्यक्ति को अपने परिवार का सदस्य मानकर उनके हित में काम करेंगे। उन्होंने अपने पिता की 20वीं पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि यह दिन उनके लिए भावनात्मक और प्रेरणादायक दोनों है।
नितिन नवीन की राजनीतिक यात्रा
कार्यक्रम में यह भी चर्चा का विषय रहा कि नितिन नवीन हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किए गए हैं। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा उन्हें दी गई यह जिम्मेदारी संगठनात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नितिन नवीन ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अपने पिता की राजनीतिक विरासत से की थी। आज वे राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के एक महत्वपूर्ण पद पर कार्यभार संभाल चुके हैं, जिसे उनके पिता के मूल्यों और संघर्षों की निरंतरता के रूप में देखा जा रहा है।
सामाजिक समरसता और जनसेवा का संदेश
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान नेताओं ने सामाजिक समरसता, जनसेवा और संगठनात्मक अनुशासन पर विशेष जोर दिया। वक्ताओं ने कहा कि स्वर्गीय नवीन किशोर सिन्हा का जीवन इन मूल्यों का जीवंत उदाहरण था। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं। राजनीति को सेवा का माध्यम मानकर आगे बढ़ना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
स्थानीय जनता की सहभागिता
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हुए। लोगों ने स्वर्गीय नवीन किशोर सिन्हा के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और उनके साथ जुड़ी स्मृतियों को साझा किया। स्थानीय जनता का कहना था कि वे हमेशा आम लोगों की समस्याओं को सुनते थे और समाधान के लिए प्रयास करते थे। इसी कारण वे आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं।
स्मृति और प्रेरणा का दिन
नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा की 20वीं पुण्यतिथि पर आयोजित यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिक श्रद्धांजलि नहीं था, बल्कि यह उनके विचारों और कार्यों को याद करने का अवसर भी था। नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में यह संदेश दिया कि उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही संगठन और समाज को आगे बढ़ाया जा सकता है। यह दिन न केवल स्मृति का, बल्कि प्रेरणा का भी बन गया।

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