CM नीतीश बोले- गड़बड़ धंधा करने वाले चंद लोग ही शराबबंदी के खिलाफ, कोरोना को ले सतर्कता जरूरी

पटना। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत की। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही वृद्धि को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ बिहार की बात नहीं बल्कि पूरे देश की बात है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें पूरे देश में कभी स्थिर रहती है तो कभी बढ़ती है। इसको लेकर खबरें आती रहती है। यह बिहार का मामला नहीं है। देश के अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें अलग-अलग होती है। ऐसा पहले से ही होता चला आ रहा है।
चंद लोग ही शराबबंदी के खिलाफ
बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब पीने से हो रही मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि 2015 में महिलाओं की मांग पर हमने 2016 में शराबबंदी लागू की। उन्होंने कहा कि जो गड़बड़ी करने वाले लोग हैं उन पर कार्रवाई हो रही है और उनकी गिरफ्तारी भी हो ही रही है। शराब पीने से देश दुनिया में कितनी लोगों की मौत होती है इसकी रिपोर्ट आ गई है। इसके बावजूद लोग पीयेंगे तो गड़बड़ होगा ही। अगर शराब के नाम पर कोई गड़बड़ चीज पिला देगा तो पीने वाले की मौत हो सकती है। इसको लेकर हमलोग लोगों को सचेत करते रहे हैं, इस पर सोचना चाहिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकतर लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं, चंद लोग ही इसके खिलाफ हैं। जो कुछ लोग इधर-उधर का गड़बड़ धंधा करते हैं या कुछ पीना चाहते हैं, इस तरह के चंद लोग ही इसके खिलाफ हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर और महात्मा गांधी की इच्छा के अनुरूप के हमने बिहार में शराबबंदी लागू की है। शराबबंदी लागू करने के कारण कुछ लोग हमारे खिलाफ हो गये हैं। कुछ लोग इसको लेकर अनाप-शनाप बोलते रहते हैं, इसकी चिंता हम नहीं करते हैं। शराबबंदी लोगों के हित में है।
कोरोना के केस हुए कम, लेकिन अलर्ट रहना है
कोरोना के केस अभी काफी कम हो गये हैं लेकिन अभी भी हम सबको अलर्ट रहना है। पर्व के दौरान बाहर से लोग अपने राज्य बिहार आते हैं। इसको लेकर हमलोग ज्यादा से ज्यादा कोरोना की जांच करवा रहे हैं। बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच के साथ ही अगर उनका टीकाकरण अभी तक नहीं हुआ है तो उनका टीकाकरण भी करवायेंगे। इसके लिए प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। अभी जितने कोरोना के केस सामने आ रहे हैं उसमें से अधिकांश बाहर से आने वाले लोगों में ही सामने आ रहा है। अभी बिहार में प्रतिदिन 2 लाख से ज्यादा कोरोना की जांच की जा रही है। मेगा वैक्सीनेशन अभियान चलाकर टीकाकरण भी काफी तादाद में किया जा रहा है। 7 नवंबर के मेगा अभियान में भी बड़ी संख्या में टीकाकरण किया जायेगा। उम्मीद है कि कुछ दिनों के बाद हमलोगों को कोरोना से मुक्ति मिल जायेगी लेकिन कोरोना को लेकर अभी हमलोगों को सतर्क और सचेत रहने की जरुरत है। छठ पर्व को लेकर बाहर से बिहार आना लोगों का शुरू हो चुका है। कोशिश है कि बाहर से आने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच हो जाये ताकि संक्रमण फैले नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के किनारे पटना के छठ घाटों का हमने जायजा लिया है और इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिया है। एक बार फिर से हम छठ घाटों का निरीक्षण करेंगे।


जनता को फैसला करने का अधिकार
उपचुनाव को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता मालिक है, फैसला करने का अधिकार उसी को है। जिसको जो बोलना है वो बोलते रहे। हमें इस संबंध में कुछ नहीं कहना है। हमलोगों पर अनाप-शनाप बोलने से विपक्षी नेताओं को पब्लिसिटी मिलती है तो वे लोग बोलते रहें। अब तो चुनाव हो चुका है। कल उपचुनाव का रिजल्ट सामने आ जायेगा। इसमें हमलोगों का कोई हस्तक्षेप नहीं है।
मनरेगा के फंड और बाढ़ पर बोले
मनरेगा के फंड के सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा कि केंद्र सरकार को किस राज्य को कितना फंड देना है यह पहले से तय रहता है। उसी हिसाब से सभी राज्यों को मनरेगा के अंतर्गत फंड मिलता है। अगर फंड की कमी होती है तो उसकी मांग केंद्र सरकार से की जाती है। इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बातचीत चलती रहती है। मनरेगा के अंतर्गत काफी काम कराया जाता है। इसको लेकर पहले से तय तौर तरीके के अनुसार ही काम कराया जाता है। हम इसकी समीक्षा करेंगे। वहीं सूबे में बाढ़ एवं वर्षापात पर मुख्यमंत्री ने कहा हमलोगों ने बाढ़ से प्रभावित लोगों के बीच जाकर एक-एक चीज को देखा है। बाढ़ एवं वर्षापात से प्रभावित लोगों की हमलोग मदद कर रहे हैं। मनरेगा के माध्यम से लोगों को रोजगार मिले, इसके लिये भी काम किया जा रहा है। हमलोग इसके बारे में देखते भी हैं कि कहां कितना काम हुआ। हम अधिकारियों से कहेंगे कि जो वस्तु स्थिति है उससे आपको अवगत करा दें।

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