नीतीश कुमार स्टीमर से लेते रहे छठ घाटों का जायजा, अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने उमड़ा जन सैलाब

पटना/फुलवारी शरीफ। लोक आस्था का महापर्व छठ पर मंगलवार की शाम भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य देने शहरी व ग्रामीण इलाकों में नदी तालाबों सरोवरों के घाटों पर आस्था का अपार जन सैलाब उमड़ पड़ा। छठ पूजा के प्रथम अर्घ्य के मद्देनजर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्टीमर से छठ घाटों का जायजा लिए। इसी क्रम में वे पहले दानापुर के नासरीगंज घाट पहुंचे। वहां से वे स्टीमर के जरिये गंगा के किनारे अवस्थित सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया तथा आम लोगों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी एवं सभी लोगों के अभिवादन को स्वीकार किया। अत्यधिक भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री स्वयं से वरीय अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश देते हुए देखे गए।

वहीं बुधवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही अरुणोदय में छठ व्रत का समापन हो जाएगा। पहला अर्घ्य देने के लिए शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने प्रखंड तालाब घाट, कड़ोरी चक तालाब घाट , खगौल लख स्थित सोन नहर घाट, गोनपुरा सूर्य मंदिर घाट अनीसाबाद माणिक चंद तालाब घाट श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान छठ के पारंपरिक लोक गीत गूंजते रहे। अनीसाबाद, चितकोहरा, संजय नगर , कंकड़बाग, साकेत विहार समेत कई कॉलोनियों में श्रद्धालुओं ने घरों की छतों पर कृत्रिम घाट बनाकर भगवान भाष्कर को अर्ध्य दिया। वहीं बेउर, सिपारा में मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान परिसर, जगदेव पथ रोड में बीएमपी तालाब परिसर, भूसौला दानापुर जानीपुर, बग्घा टोला, चक मूसा, मुरादपुर, परसा, पुनपुन नदी घाट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया गया। ईसापुर बहादुरपुर घाट पर भी भारी भीड़ सूर्यास्त होते भगवान भाष्कर को अर्ध्य देने उमड़ पड़ा। रामकृष्ण नगर, संपत चक, बैरिया में श्रद्धालुओं ने अस्ताचल भगवान सूर्य को तालाब के किनारे विधि विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ जल अर्पित किया गया। गौरीचक में बेलदारी चक तक के लोगों ने पुनपुन नदी घाट पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया और वैदिक रीति से पूजा-अर्चना की। तालाब व नदी किनारे पूजा स्थल पर छठ पूजा के पारंपरिक लोक गीत गूंजते रहे। इससे पहले घाट पर जाने के लिए सर पर दउड़ा लेकर छठ गीत गाते हुए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था का इंतेजाम पुलिस प्रशासन ने कर रखे थे। वहीं नगर परिषद व पंचायतों के स्तर पर भी सुविधाओं का इंतेजाम व्रतियों के लिए किए गए थे। खगौल, सिपारा, चुनौती कुआं समेत कई इलाकों में भगवान भाष्कर की प्रतिमा स्थापित किये गए हैं। छठ घाटों और छतों पर बनाये गए कृत्रिम घाटों पर अर्ध्य देने के दौरान श्रद्धालुओं में सेल्फी लेने की होड़ मची रही। हर कोई व्रती महिलाओं के साथ अपने सेल्फी को कैद करने में लगा रहे। लोग सोशल मीडिया में लाइव टैग करके भी भगवान भाष्कर को अर्ध्य देने के अद्भुत दृश्य को साझा करने में जुटे रहे। इस दौरान श्रद्धालुओं का उत्साह भी देखते ही बन रहा था।

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