CM नीतीश का दो टूक : अपराध अनुसंधान कार्य में किसी प्रकार की न हो कोताही
- अपराध नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में अपराध नियंत्रण एवं विधि व्यवस्था से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान मुख्य सचिव आमिर सुबहानी एवं पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल ने विधि-व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए किए जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। बता दें
इंवेस्टीगेशन कार्य को ससमय पूर्ण कराए
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि अपराध नियंत्रण को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि इंवेस्टीगेशन के कार्य को बेहतर तरीके से ससमय पूर्ण कराया जाय ताकि अपराधियों को सख्त सजा दिलायी जा सके। अपराध अनुसंधान कार्य में किसी प्रकार की कोताही न हो, इसका सतत अनुश्रवण करें। उन्होंने कहा कि अपराध का विश्लेषण जिला, अनुमंडल एवं थानावार करते रहें और दोषियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि विधि-व्यवस्था हर हाल में मेंटेन रहे।
पर्व-त्योहारों को देखते हुये विशेष सतर्कता बरतें
सीएम नीतीश ने कहा कि होली एवं आगामी पर्व-त्योहारों को देखते हुये विशेष सतर्कता बरतें, असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए तथा गड़बड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित जाय। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन सह गृह चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे।
सदन में सीएम और स्पीकर के बीच जमकर हुई बहस
बता दें सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक संजय सरावगी ने लखीसराय में 52 दिन में 9 लोगों की हत्या में कानून व्यवस्था पर सवाल पूछा था। उन्होंने मंत्री से पुलिस कार्यवाही का जवाब चाहा। इस वक्त सीएम नीतीश कुमार अपने चैंबर में थे। मामला उठते ही वो बेहद नाराज हो गए। गुस्से में सदन में आए और हंगामा करने वालों को जमकर फटकार लगा दी। इस दौरान सीएम और स्पीकर के बीच जमकर बहस हुई। नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले में विशेषाधिकार समिति जो रिपोर्ट पेश करेगी हम उस पर जरूर विचार करेंगे। किसी तरह का भ्रम है तो बातचीत की जाएगी। देखेंगे कि कौन सा पक्ष सही है। सिस्टम संविधान से चलता है। किसी भी क्राइम की रिपोर्ट कोर्ट में जाती है, सदन में नहीं। कृपा करके ज्यादा मत करिए। जो चीज पर जिसका अधिकार है, उसको करने दीजिए। हमारी सरकार न किसी को बचाती है और ना किसी को फंसाती है। उन्होंने इस दौरान कहा कि आज ही अपराध नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे और हर चीज को देखेंगे।