सिविल सेवा दिवस समारोह में सीएम नीतीश ने अधिकारियों को कराया दायित्व बोध

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* नीति, नियम और कानून बनाना हमलोगों का काम, लेकिन उसका क्रियान्वयन करना सिविल सेवकों की जिम्मेवारी
* सिविल सेवक जितना अधिक काम करेंगे, उतनी अधिक प्रतिष्ठा मिलेगी


पटना। बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी एवं सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में अधिवेशन भवन में आयोजित सिविल सेवा दिवस 2022 के समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर जनकल्याण हेतु उत्कृष्ट कार्य एवं नवाचारी प्रयोग करने वाले सिविल सेवकों को सम्मानित भी किया। अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग चैतन्य प्रसाद ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम में पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कोरोना काल में कोविड- 19 वैक्सीनेशन ड्राइव के अंतर्गत पटना जिला द्वारा संचालित विशेष टीकाकरण केंद्र पर आधारित प्रस्तुतीकरण दिया। सतत जीविकोपार्जन योजना से जुड़े नवाचारी प्रयोग से संबंधित सचिव ग्रामीण विकास विभाग बाला मुरुगन डी. ने मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया। मुख्यमंत्री ने अधिवेशन भवन के गलियारे में सिविल सेवा दिवस 2022 के उपलक्ष्य में विभिन्न विभागों एवं जिला प्रशासन द्वारा नवप्रयासों से जनकल्याण प्रगति पथ पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभारंभ करने के पश्चात इसका मुआयना किया। नवाचारी कार्यों पर आधारित पुस्तिका ‘प्रगति पथ’ का भी मुख्यमंत्री ने विमोचन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 और 2021 में यह कार्यक्रम नहीं हो सका। 2018 के बाद चौथी बार इस कार्यक्रम में मुझे शामिल होने का मौका मिला है, इसे लेकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। नीति, नियम और कानून बनाना हमलोगों का काम है लेकिन उसका क्रियान्वयन करना आपलोगों की जिम्मेवारी है। किसी भी कानून का अगर सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं होगा तो फिर उसका कोई मतलब नहीं है। क्रियान्वयन की जिम्मेवारी आप लोगों पर ही है। आपकी सक्रियता से ही क्रियान्वयन होता है। हमलोग शुरू से ही सभी क्षेत्रों में विकास का काम कर रहे हैं। सड़क, पुल-पुलियों, स्कूलों एवं अस्पतालों का निर्माण कराया गया है। महिलाओं के उत्थान, लोगों की नियुक्ति, कमजोर तबके को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने सहित सभी क्षेत्रों में काम किये गये हैं। विभिन्न विभागों द्वारा कई क्षेत्रों में निर्माण का कार्य कराया गया है। उनका निरंतर रखरखाव करना अतिआवश्यक है। सड़कों का निर्माण कराया गया है। अगर उनका मेंटेनेंस नहीं होगा तो लोगों को लाभ नहीं मिल सकेगा। सभी जिलों के जिलाधिकारी और जिले के प्रभारी अधिकारी अपने इलाके में जाकर विकास योजनाओं की वर्तमान स्थिति देखते रहें, यह बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने सात निश्चय-1 और सात निश्चय-2 अंतर्गत कई विकास के कार्य कराए हैं। हमने फिर से जनता की शिकायतों को सुनना प्रारंभ किया है। लोग तरह-तरह की शिकायतें लेकर हमारे पास आते हैं। हर घर नल का जल पहुंचाया गया तो उसे भी मेनटेन रखना है। हमलोगों ने वर्ष 2016 में लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून बनाया। लोग अपनी शिकायत लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून के तहत दर्ज कराते हैं। लोक सेवा का अधिकार कानून और लोक शिकायत निवारण अधिकार कानून का ठीक ढंग से क्रियान्वयन बहुत जरुरी है। लोगों की समस्या का समाधान अगर आप जायेगा तो मेरे पास आने की जरुरुत नहीं होगी।
अधिकारियों से आग्रह है कि आप लोग सर्वे सेटेलमेंट के काम पर नजर रखियेगा। डीएम, कमिश्नर, जिले के प्रभारी सचिव क्षेत्र में जाकर काम को देखेंगे तो बड़ी बात होगी। निजी यात्रा के दौरान कई जगहों पर लोगों ने शिकायतें की हैं। इन सबका ठीक ढंग से एक्जीक्यूशन हुआ है कि नहीं, इसको देखना जरुरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग अपनी इच्छा से राजनीति में हैं, उसी तरह से आप लोग भी अपनी इच्छा से अधिकारी बने हैं। आप लोग जितना अधिक काम कीजिएगा, उतनी अधिक प्रतिष्ठा मिलेगी। काम करने वाले अधिकारियों को लोग राजनीति करने वाले लोगों से अधिक प्रतिष्ठा देते हैं। हमलोगों ने शुरू से ही शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया है। कई शिकायत मिलती है कि शिक्षक स्कूल से गायब रहते हैं। जब शिक्षक गायब रहेंगे तो पढ़ाई कैसे होगी। कभी-कभी स्कूलों में भी जाकर देख लीजिए कि स्कूल में शिक्षक आये हैं या नहीं। अस्पतालों में मरीजों का इलाज सही ढंग से हो रहा है कि नहीं। नई टेक्नोलॉजी का स्कूलों में इस्तेमाल कीजिए लेकिन पुराने तरीकों को भी नहीं भूलिए। औचक निरीक्षण के साथ-साथ फोन कर अस्पतालों में पूछिए कि कौन-कौन डॉक्टर आयें हैं। आपके प्रस्ताव पर ही सरकार एक्शन लेगी। बिहार को छोड़कर देश के कई हिस्सों- केरल, दिल्ली, महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। बिहार में अभी वैसी स्थिति नहीं है लेकिन इस पर नजर रखना जरुरी है।
सीएम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2011 में लागू लोक सेवा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पटना, समस्तीपुर और खगड़िया जिले के जिलाधिकारी को सम्मानित किया। इनमें प्रथम स्थान के लिए पटना, द्वितीय स्थान के लिए समस्तीपुर और तृतीय स्थान के लिए खगड़िया के जिलाधिकारी को सम्मानित किया गया। बिहार में 5 जून 2016 से लागू लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत लोक शिकायतों के निवारण हेतु बेहतर प्रदर्शन करने वाले सुपौल, किशनगंज एवं शिवहर जिले के जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। सात निश्चय योजना के लिये उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सीवान, नालंदा एवं जहानाबाद जिले के जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। जल-जीवन-हरियाली अभियान की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नालंदा, पूर्णिया एवं गया जिले के जिलाधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
सिविल दिवस 2022 समारोह में राजस्व संग्रहण हेतु उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मध-निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग और वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। उत्कृष्ट नवाचार के प्रयोग हेतु प्रथम स्थान के लिए ग्रामीण विकास विभाग ( सतत् जीविकोपार्जन योजना के क्षेत्र में) के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, द्वितीय स्थान के लिए मध-निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग (निगरानी हेतु तकनीक के क्षेत्र में) के उत्पाद आयुक्त बी. कार्तिकेय धनजी एवं कृषि विभाग के सचिव एन. सरवन कुमार को जैविक कॉरिडोर के लिए सम्मानित किया गया। जन स्वास्थ्य के संदर्भ में नवाचारी प्रयोग के अंतर्गत जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रथम स्थान के लिए पटना जिले के जिलाधिकारी, स्वच्छता के क्षेत्र में द्वितीय स्थान हेतु मुजफ्फरपुर जिले के जिलाधिकारी एवं तृतीय स्थान के लिए चिकित्सा प्रसार के क्षेत्र में खगड़िया और गैर कृषि के क्षेत्र में नवाचारी प्रयोग हेतु अररिया जिले के जिलाधिकारी को सम्मानित किया गया। लोक प्रशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु पश्चिम चम्पारण जिले को कोरोना काल में अप्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए, दरभंगा जिले को मखाना उत्पादन के लिए और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को परीक्षाओं के बेहतर आयोजन, ससमय परीक्षा परिणाम घोषित करने आदि की दिशा में कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया। राजस्व संग्रहण में विशेष उपलब्धि हासिल करने हेतु वाणिज्य कर विभाग की आयुक्त डॉ. प्रतिमा एस. वर्मा एवं मध-निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के उत्पाद आयुक्त बी. कार्तिकेय धनजी को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।

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