CM नीतीश ने समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर एवं विद्यापतिनगर प्रखंड में बाढ़ राहत शिविरों का लिया जायजा

  • बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण, लोगों से की बातचीत, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक बार फिर बाढ़ प्रभावित कई इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर प्रखंड स्थित टाउन हॉल, बलुआही और जेटीए कॉलेज में बने बाढ़ राहत शिविरों के अलावा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर में बनाये गये पशु राहत शिविर का भी जायजा लिया। वहीं जिले के विद्यापतिनगर प्रखंड के शेरपुर ढेपुरा के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय में बनाये गये बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण किया।


बने बाढ़ राहत शिविर के निरीक्षण के क्रम में सीएम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोविड-19 वैक्सीनेशन केंद्र, बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं का आश्रय स्थल, रसोई घर, भोजन मेनू, सफाई समिति, भोजनालय समिति एवं कोविड-19 जांच सेंटर के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। साथ ही बाल विकास परियोजना मोहिउद्दीन नगर द्वारा प्रभावित परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने के लिये विशेष पाठशाला की सुविधा, सामुदायिक रसोई सहित बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में दी जा रही अन्य सुविधाओं के संबंध में भी मुख्यमंत्री ने जानकारी ली।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में आवासित लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याओं से अवगत हुए। मुख्यमंत्री ने गर्भवती महिलाओं के आश्रय स्थल में श्रीमती रीता देवी को बाढ़ राहत शिविर में पुत्र पैदा होने पर राज्य सरकार की तरफ से आर्थिक मदद स्वरूप 10 हजार रुपये का चेक प्रदान किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि शिविर में आवासित हर व्यक्ति की कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का प्रबंधन ठीक ढंग से करें। शिविर में रह रहे लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखें। पशुओं के चारे एवं विशेष रूप से उनके स्वास्थ्य की भी देखभाल करने की जरूरत है। इसके साथ ही यहां रह रहे पशुपालकों के भोजन, आवासन, स्वास्थ्य की हरसंभव व्यवस्था करें। साथ ही परिसर की साफ-सफाई का भी पुख्ता प्रबंध होना चाहिए।


निरीक्षण के पश्चात मोहिउद्दीननगर में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि समस्तीपुर के भी कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। भागलपुर और कटिहार का हवाई सर्वेक्षण करने के दौरान हमने समस्तीपुर की स्थिति भी देखी थी और तभी हमने तय किया था कि समस्तीपुर में भी जाकर हम बाढ़ की स्थिति का जायजा लेंगे। उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी इन इलाकों में अब कम हो रहा है लेकिन लोग काफी प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित सभी लोगों को सहायता देने को लेकर काम किया जा रहा है। अनेक जगहों पर सहायता राशि प्रभावित लोगों को दे दी गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो वे पटना से भी पूरे बिहार की बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करते रहते हैं लेकिन जब लगा कि समस्तीपुर जिले के भी कई इलाके बाढ़ से बहुत ज्यादा प्रभावित हैं तो आज उसे देखने चले आये। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत शिविरों में रह रहे लोगों ने बताया है कि भोजन का अच्छा इंतजाम है। हम लोगों से पूछते भी हैं कि अगर किसी को कोई कठिनाई है तो उसे बतायें। बाढ़ प्रभावित सभी इलाकों में मदद पहुंचानी है ताकि कोई इलाका उपेक्षित नहीं रह पाये।
शहरी क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति को लेकर पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निकायों को कहा गया है कि वे इस समस्या को अच्छी तरह से देखें ताकि जलजमाव नहीं हो। वर्ष 2019 में पटना में काफी जमजमाव हुआ था, उसके बाद हमने बैठक कर हर शहरी क्षेत्रों के लिए नियम बनाया था और उसके लिए जो भी राशि की जरुरत होती है उसे उपलब्ध कराया जाता है।


इस दौरान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, सासंद रामनाथ ठाकुर, पूर्व सांसद अश्वमेध देवी विधायक राजेश कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त दरभंगा डॉ. मनीष कुमार, जिलाधिकारी शशांक शुभंकर एवं पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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