जनता के दरबार में मुख्यमंत्री : नीतीश ने सुनी 55 लोगों की सुनी समस्याएं, कार्रवाई करने के दिये निर्देश

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 55 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। जनता दरबार में सामान्य प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, वित्त, संसदीय कार्य, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी, कला, संस्कृति एवं युवा, श्रम संसाधन तथा आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी।
‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मधेपुरा जिला से आये एक फरियादी ने सीएम से गुहार लगाते हुए कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों का अभाव है, जिसके कारण लोगों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने निर्देश दिया। सीवान जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि हाई स्कूल हिल्सर के खेल मैदान को अवैध तरीके से कब्जा किया जा रहा है। युवक ने खेल मैदान को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की। वहीं पश्चिम चंपारण जिला से आए एक युवक ने गुहार लगाते हुए कहा कि उसकी मां एक शिक्षिका थीं, जिनकी मौत 2021 में हो गई थी लेकिन न ही अनुग्रह राशि मिल पायी है और न ही अनुकंपा पर नौकरी ही मिली है। सीएम नीतीश ने शिक्षा विभाग को मामले की जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कैमूर जिला से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि वह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के बीए पार्ट-1 का छात्र है। पार्ट-1 में दाखिला उसने साल 2020 में लिया था, लेकिन अब तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। इससे हम बच्चों का समय बर्बाद हो रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।


सीवान से आये एक व्यक्ति ने गुहार लगाते हुये कहा कि उनके दो पुत्रों की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो गयी है लेकिन अब तक मुआवजा राशि नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को समुचित कार्रवाई का निर्देश दिया। कैमूर से आये एक बुजुर्ग व्यक्ति ने गुहार लगाते हुये कहा कि उनके पुत्र द्वारा शिक्षा ऋण लिया गया था लेकिन पुत्र की मृत्यु हो गयी है, बैंक वाले परेशान कर रहे हैं। कृप्या शिक्षा ऋण माफ किया जाय। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव वित्त को इस पर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
पश्चिम चंपारण के बगहा से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से फरियाद किया कि उनकी करीब सवा तीन एकड़ जमीन नदी के बाढ़ में बह गयी, जिसकी मुआवजा राशि अब तक नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इस पर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बांका जिला के बाराहाट से आए एक व्यक्ति ने कोविङ-19 से उनके परिजन की हुई मृत्यु का मुआवजा नहीं मिलने की मुख्यमंत्री से शिकायत की। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को इस पर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। भोजपुर जिला के चरपोखरी से आयी एक महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र में सेविका की नियुक्ति में अनियमितता की गई है। मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, मंत्री मंगल पांडे, मदन सहनी, संतोष कुमार सुमन, जिवेश कुमार, आलोक रंजन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी एसके सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, डीएम चंद्रशेखर सिंह तथा एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो उपस्थित थे।

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