छठ गीतों से गुलजार हुए शहर और गांव घाट तैयार , पहला अर्ध्य आज

फुलवारी शरीफ | लोक आस्था और सूर्योपासना का का महापर्व छठ पूजा को लेकर फुलवारी शरीफ और आस पास के इलाके में तालाब सरोवरों और पोखरों पर बनाये गये घाट व्रतियो के अर्ध्य देने के लिए पूरी तैयार हैं | सुख समृद्धि और अनेकों कामनाएं पूरी करने के लिउ विश्वविख्यात छठ पूजन के चार दिवसीय महाअनुष्ठान के दुसरे दिन खरना की तैयारियों के लिए घर आंगन को साफ़ सफाई के बाद व्रतियो ने गंगा स्नान के बाद मिटटी के बनाये गये विशेष चूल्हे पर खरना का प्रसाद गुड का खीर और चावल के आटा का पूरी का प्रसाद बनाया | श्रद्धा में डूबी महिलाएं पर्व की तैयारी करते हुए छठ गीतों भी गुनगुना रही है।इस दिन मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलाकर खीर तैयार की गयी | इसमें आम की लकड़ी का प्रयोग विशेष तौर पर होता है । मिट्टी के नए चूल्हे पर दूध, गुड़ व अरवा चावल से खीर और गेहूं के आटे की रोटी का प्रसाद बनाया गया | शहरी व ग्रामीण तमाम क्षेत्रों में बजते छठ गीतों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है ।

चार दिनों के इस महा अनुष्ठान के दूसरे दिन खरना पर व्रती महिलाएं दिन भर उपवास पर रही और शाम में भगवान सूर्य को खीर-पूड़ी, पान-सुपारी और केले का भोग लगाने के बाद प्रसाद को बांटा गया | खरना प्रसाद बन जाने के बाद शाम को सूर्य की आराधना कर उन्हें भोग लगाया जाता है और फिर व्रती प्रसाद ग्रहण करती है ।उधर शहीद भगत सिंह चौक पर मुस्लिम भाईयो ने भी व्रतियो के बीच छठ पूजन सामग्री का वितरण किया |फुलवारी शरीफ इन्स्पेक्टर कैसर आलम ने भी छठ पूजन सामग्री का वितरण अपने हाथों किया | इसमें फुलवारी शरीफ के बड़ी संख्या में मुस्लिम लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया | इस दौरान सामाजिक सद्धभाव का अनूठा नजारा देखने को मिला | इन्स्पेक्टर कैसर आलम ने कहा की आस्था और श्रद्धा का अनूठा संगम छठ में ही देखने को मिलता है |
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा सूर्य और साक्षात प्रकृति पूजा से जुड़ा है तभी तो देश प्रदेश और विदेशों में रहने वाले लोग भी अपनी माटी घर आकर ही इस महापर्व में शामिल होकर वर्षो पुरानी परंपरा का हिस्सा बनते है। महाभारत काल से शुरू हुई छठी मईया की पूजा और सूर्योपासना का महापर्व को प्रखंड तालाब घाट , करोड़ीचक घाट , खगौल लाख घाट , गोंणपुरा सूर्य मंदिर तालाब घाट , अनिसाबाद मानिकचंद तालाब समेत बेउर , परसा और पुनपुन इलाके में भी घाटों पर अर्ध्य देने की तैयारियां देखते ही बन रही है | प्रशासन ने भी घाटों पर व्रतियो की सुविधाओं का पूरा इन्तेजाम कर लिए हैं |

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