लोक प्रशासन संस्थान, पटना विश्वविद्यालय ने मनाया प्लैटिनम जुबली समारोह

पटना। आज लोक प्रशासन संस्थान, पटना विश्वविद्यालय ने अपना 70वां सालगिरह अर्थात प्लैटिनम जुबली समारोह धूमधाम से मानया। इस अवसर पर संस्थान के स्मारिका विमोचन के साथ साथ पूर्ववर्ती छात्र सम्मलेन का भी आयोजन किया गया। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के सी सिन्हा ने इस समारोह कि अध्यक्षता की। समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो जी के चौधरी ने कहा कि लोक प्रशासन के शिक्षकों एवं शोधकर्ताओं को प्रशासन के विभिन्न पहलुओं पर शोध का उसके निष्कर्ष एवं रिपोर्ट को सरकार को देना चाहिए जिससे वह नीति निर्धारण में काम आ सके। उन्होंने वर्तमान कुलपति को, इस संस्थान को शीघ्र विभाग के रूप में परिणत करने हेतु कारवाही करने का सुझाव दिया। अपने अधक्षीय भाषण में बोलते हुए पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के सी सिन्हा ने बताया कि जन उन्मुख प्रशासन ही उतरदायी प्रशासन एवं जिम्मेदार प्रशासन कि और पहला कदम है। अतः यह विषय एक संवेदनशील विषय है। अतिथियों का स्वागत करते हुए लोक प्रशासन संस्थान की निदेशिका प्रो शेफाली रॉय ने संस्थान के इतिहास को विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि इस लोक प्रशासन संस्थान के संस्थापक निदेशक प्रो वी के एन मेनन थे जो पटना विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे। 1954 में इस संस्थान कि स्थापना प्रो पॉल एच एपल्वी के अनुशंशा पर कि गई थी। वर्तमान में संस्थान में डिप्लोमा कोर्स चल रहा है लेकिन इसे भी एक पूर्ण विभाग का दर्जा देने की दिशा में भी कार्य प्रगतिशील है। जिसे पटना विश्वविद्यालयके विधिक संस्थानों द्वारा अनुमोदन दिया जा चुका है एवं प्रस्ताव बिहार राज्य उच्च शिक्षा परिषद् के पास जा चुका है। संस्थान के पास एक समृध पुस्तकालय एवं चार योग्य शिक्षक हैं। समारोह में पटना विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सह डीन शिक्षा डॉ खगेन्द्र कुमार ने प्रशासनिक सुधार की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रशिक्षण की बात कही। एल एन मिथिला विश्वविद्यालय, राजनीति विज्ञानं के पूर्व अध्यक्ष प्रो जितेन्द्र नारायण ने कहा कि लोक प्रशासन की संरचना, पद्दति व् व्यवहार भारतीय सन्दर्भ में किया जाना चाहिए। प्रो अनिल कुमार ने लोक प्रशासन संस्थान को अब पूर्णकालिक विभाग बनाये जाने कि आवश्यकता पर बल दिया। भारतीय लोक प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली के बिहार क्षेत्रीय शाखा के सचिव प्रो आर के वर्मा ने बताया कि यह एक गतिशील विषय है। यहाँ के शिक्षकों को प्रोग्धर्मी होना चाहिए। कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षक डॉ प्रदीप कुमार, डॉ रेयाज अहमद , डॉ अदिति त्यागी डॉ सुधीर कुमार के अतिरिक्त राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों से आये डॉ रमेश सिंह, डॉ रमेश कुमार, डॉ आमिर महमूद, डॉ अमिरुल्लाह, डॉ कविता राज, डॉ प्रीति कुमारी, डॉ कामना आदि के अतिरिक्त बड़ी संख्यां में छात्रों एवं शोध कर्मियों ने भी भाग लिया। समारोह में मंच का सञ्चालन डॉ अदिति त्यागी ने किया एवं डॉ प्रदीप कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

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