बीएसएससी की तीनों पालियों की परीक्षा रद्द कराने के कल पटना की सड़कों पर उतरेंगे अभ्यर्थी, कई मांगों को लेकर करेंगे विरोध मार्च

पटना। बीएसएससी की 23 दिसंबर को हुई प्रथम पाली की परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने की खबर के बाद उसी दिन बिहार कर्मचारी चयन आयोग ने प्रथम पाली की परीक्षा रद्द कर दी। अब अभ्यर्थियों की मांग है कि तीनों पालियों की परीक्षा रद्द की जाए। तर्क यह कि तीनों पालियों के प्रश्न पत्र वायरल हैं, जबकि आयोग परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र ले जाने के लिए नहीं देता। इस मांग के साथ अभ्यर्थी बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा से जुड़ी पारदर्शिता अपनाए जाने की मांग भी कर रहे हैं। ये बीएसएससी से उस तरह की पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं जिसमें से ज्यादातर बिहार लोक सेवा आयोग अपनी परीक्षाओं में अपना रहा है। पारदर्शिता की कमी की वजह से बीएसएससी की परीक्षाओं पर सवाल उठते रहे हैं। अब अभ्यर्थियों ने तय किया है कि तृतीय स्नातक की तीनों परीक्षाओं को रद्द करने की मांग के साथ सुधार वाली मांग को लेकर 4 जनवरी को पटना की सड़क पर उतरेंगे। अभ्यर्थियों की लड़ाई लड़ रहे छात्र नेता दिलीप कुमार ने इससे जुड़ा वीडिया जारी किया है और कहा है कि ठंड कितना भी हो छात्र पीछे हटनेवाले नहीं हैं।
4 जनवरी को पटना कॉलेज से 11 बजे शुरू होगा पैदल मार्च, छात्रों के इलाकों से गुजरते हुए बढ़ेगा
छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा है कि 4 जनवरी को 11 बजे दिन में बड़ी संख्या में पूरे बिहार के अभ्यर्थी पटना में जुटें। यह सड़क मार्च शांतिपूर्ण तरीके से होगी। पटना कॉलेज से पैदल मार्च शुरू होगा और मुसल्लहपुर, भिखना पहाड़ी, नया टोला, गांधी मैदान होते हुए बीएसएससी ऑफिस तक जाएगा। अभ्यर्थी के साथ बुद्धिजीवी, अभिभावकों से भी शामिल होने की अपील की है। शिक्षकों से वीडियो बनाने का आग्रह भी उन्होंने किया है। दिलीप ने कहा है कि यह लड़ाई बिहार के वर्तमान और भविष्य की लड़ाई है, अभी हम चुप रहें तो आगे और भी धांधली और सेटिंग होगी। कहा कि ये नौ लाख अभ्यर्थियों का सवाल नहीं है बल्कि इनके परिवार को जोड़ें तो यह 50 लाख से अधिक लोगों की लड़ाई है।

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