पटना में अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर, कई निर्माण किए गए ध्वस्त, भारी फोर्स रही तैनात
पटना। जिले के बिहटा क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। नई सरकार बनने के बाद राज्यभर में अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू हुआ है, जिसके तहत सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए कई इलाकों में बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में बिहटा नगर परिषद क्षेत्र के डोमनिया पुल बाजार और बिहटा रेलवे स्टेशन रोड पर बुधवार को बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने अवैध रूप से बनी कई दुकानों और निर्माण को बलपूर्वक हटाया।
अभियान की शुरुआत और प्रशासन की तैयारी
कार्रवाई शुरू होने से पहले भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि किसी प्रकार की बाधा या विरोध को नियंत्रित किया जा सके। अंचलाधिकारी राकेश कुमार सिंह स्वयं मौके पर मौजूद रहे और पूरी कार्रवाई की निगरानी करते रहे। प्रशासन की ओर से बताया गया कि पटना हाई कोर्ट के आदेश के तहत सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। अतिक्रमण हटाने का यह अभियान न केवल पटना बल्कि राज्य के कई अन्य जिलों में भी जारी है।
अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर
डोमनिया पुल बाजार और स्टेशन रोड पर लंबे समय से कई दुकानदारों ने सड़क किनारे दुकानें बना ली थीं, जिससे न केवल सरकारी जमीन पर कब्जा हुआ था बल्कि स्थानीय लोगों को आवाजाही में भी भारी परेशानी होती थी। सुबह-सुबह प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची और अवैध दुकानों को हटाने का काम शुरू किया। कई दुकानें कुछ ही मिनटों में ध्वस्त हो गईं।
कार्रवाई के दौरान तनावपूर्ण माहौल
जब बुलडोजर दुकानों पर चला तो कई दुकानदारों ने विरोध किया। उनके और पुलिस प्रशासन के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। दुकानदारों का कहना था कि उन्हें पहले से नोटिस नहीं दिया गया था, जबकि प्रशासन का दावा है कि सभी को पूर्व सूचना दी गई थी और नापी भी कराई गई थी। स्थिति को तनावपूर्ण होता देख पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और माहौल को शांत कराया। इसके बाद कार्रवाई सुचारू रूप से चलती रही।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाएं मिश्रित रहीं। कई लोग प्रशासन के इस कदम से खुश नजर आए। उनका कहना था कि अवैध अतिक्रमण के कारण बिहटा में भारी जाम की समस्या रहती थी, जिससे रोजमर्रा की आवाजाही मुश्किल हो जाती थी। विशेष रूप से स्कूल जाने वाले बच्चों, ऑफिस कर्मियों और मरीजों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ता था। वहीं, दुकानें हटने से सड़क चौड़ी हुई है और लोगों को राहत मिली है। दूसरी ओर, कुछ दुकानदारों और स्थानीय निवासियों ने कार्रवाई पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि प्रशासन को दुकानदारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था या वेंडिंग जोन तैयार करना चाहिए था। अचानक कार्रवाई से कई परिवारों की रोजी-रोटी प्रभावित हो गई है।
अंचलाधिकारी का बयान
अंचलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने स्पष्ट कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह कानूनी और न्यायालय के निर्देशों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि जहां भी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पाया जा रहा है, उसे खाली कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि नापी कराई गई है और जो हिस्से सरकारी जमीन पर पाए गए, केवल उसी को हटाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अभियान अगले दो दिनों तक और चलेगा क्योंकि पूरे क्षेत्र में कई जगह अवैध कब्जे मिले हैं।
अभियान का उद्देश्य और प्रभाव
सरकारी भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराना राज्य प्रशासन की प्राथमिकता बन गया है। इससे न केवल शहरों में ट्रैफिक प्रबंधन बेहतर होगा, बल्कि आम नागरिकों को सुरक्षित और सुगम मार्ग भी उपलब्ध होगा। साथ ही, बाजारों में व्यवस्था लाने और भीड़भाड़ कम करने में भी यह अभियान महत्वपूर्ण साबित होगा। प्रशासन का मानना है कि यदि शहरों से अतिक्रमण हट जाए तो सड़क की चौड़ाई बढ़ेगी, जाम कम होंगे और दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी। यही कारण है कि सरकार इस अभियान को पूरे राज्य में सख्ती से लागू कर रही है।
वेंडिंग जोन बनाने की मांग
स्थानीय लोगों ने सुझाव दिया कि प्रशासन को बाजारों के लिए वेंडिंग जोन विकसित करना चाहिए, ताकि छोटे दुकानदारों को भी व्यवस्थित स्थान मिल सके और सड़कें अतिक्रमणमुक्त रह सकें। यदि ऐसी व्यवस्था की जाती है तो दुकानदारों की आजीविका सुरक्षित रहेगी और शहर का स्वरूप भी सुधरेगा। बिहटा में चला यह बुलडोजर अभियान न केवल अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई है, बल्कि शहर को व्यवस्थित और सुचारू बनाने का एक बड़ा कदम भी है। प्रशासन की सख्ती और जनता की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं यह दिखाती हैं कि विकास और व्यवस्था के प्रयास कभी-कभी कठिन निर्णयों की मांग करते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन दुकानदारों के लिए क्या वैकल्पिक व्यवस्था करता है और आगे इस अभियान का क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ता है।


