PATNA : DGP के आदेश पर बुद्धा कॉलोनी के थानेदार सस्पेंड, फोन कॉल ने खोला राज

पटना। शनिवार को बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल के आदेश पर पटना के बुद्धा कॉलोनी के थानेदार मो. कैसर आलम के खिलाफ पुलिस मुख्यालय ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। बता दें बालीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मर्डर केस मामले में जब बिहार पुलिस की चार सदस्यों वाली टीम जांच करने मुंबई गई थी तो उस टीम में इंस्पेक्टर मो. कैसर आलम भी शामिल थे। इनकी तेज तर्रार अफसरों में गिनती होती है।
क्या है मामला
मो. कैसर आलम के खिलाफ फरार चल रहे दो शराब माफिया के साथ सांठगांठ रखने का मामला सामने आया है। इसमें फरार चल रहा एक शराब माफिया दीघा इलाके का रहने वाला है। जबकि दूसरा माफिया पटना के ही एक इलाके का है। बिहार पुलिस की मद्य निषेद्य इकाई लगातार शराब माफियाओं के खिलाफ छापेमारी कर कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में एक स्पेशल टीम ने बीते 12 जून को दीघा इलाके में दो क्रेटा गाड़ी से 326 लीटर शराब की बड़ी खेप को पकड़ा था। इसमें 5 लोग गिरफ्तार किए गए थे। इसी तरह का एक और मामला था।
ऐसे हुआ खुलासा
मुख्यालय सूत्रों के अनुसार छानबीन के दौरान दो शराब माफियाओं का नाम सामने आया। फिर उनके मोबाइल नंबर मिले। जिसके बाद दोनों ही शराब माफिया के मोबाइल नंबर को मद्य निषेद्य की टीम ने लिसनिंग पर रख दिया। ताकि पता चले कि वे किन लोगों के संपर्क में हैं। इसी दरम्यान एक दिन ऐसा आया जब शराब माफियों की बातचीत एक पुलिस इंस्पेक्टर से हो रही थी। वो इंस्पेक्टर कोई और नहीं, बल्कि मो. कैसर आलम थे।
कई थानों की संभाल चुके हैं कमान
बता दें 1994 बैच के इंस्पेक्टर कैसर आलम पटना में कई थानों की कमान संभाल चुके हैं। जैसे ही इनका नाम सामने आया, सबके होश उड़ गए। बगैरी देरी किए मद्य निषेद्य के आईजी अमृत राज ने एक इंटरनल रिपोर्ट बनाई और सीधे डीजीपी को सौंप दिया। इसी रिपोर्ट के आधार पर बिहार पुलिस मुख्यालय ने कार्रवाई करते हुए न सिर्फ उन्हें सस्पेंड किया, बल्कि डिपार्टमेंट प्रोसिडिंग चलाने का आदेश भी दे दिया।

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