BIHAR : मैट्रिक परीक्षा का परिणाम घोषित, 78.17% परीक्षार्थी हुए पास, 101 छात्रों ने टॉप 10 में बनाया स्थान
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सोमवार को मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचव संजय कुमार और बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने संयुक्त रूप से शाम 4 बजे 10वीं की परीक्षा का रिजल्ट जारी किया। पूरे देश में बिहार बोर्ड ने सबसे पहले रिजल्ट दिया है। 78.17 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं। इस बार तीन परीक्षार्थियों को 484 अंक आया है। जमुई की पूजा, सुभाषिनी और रोहतास के संदीप टॉपर हुए हैं। मैट्रिक परीक्षा में इस बार कुल 16,84,466 परीक्षार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था। जिसमें 8,37,803 छात्राएं और 8,46,663 छात्र शामिल हुए। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि 101 छात्रों ने टॉप 10 में स्थान बनाया है, जिसमें सिमुलतला के 13 छात्र हैं। इस बार स्टूडेंट की तस्वीर और बार कोड के साथ कॉपी दी गई थी।
इधर बीएसईबी की ओर से रिजल्ट जारी होते ही बोर्ड की वेबसाइट का सर्वर डाउन हो गया। परिणाम जानने के लिए परीक्षार्थी बीएसईबी की वेबसाइट पर बार-बार क्लिक करते रहें, लेकिन साइट पूरी तरह से खुल नहीं सका।
कोरोना के बीच हुए मैट्रिक परीक्षा में 16.84 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। बीएसईबी ने 40 दिन के भीतर ही ने रिजल्ट देकर नया इतिहास रच दिया है। मैट्रिक की परीक्षा के लिए प्रदेश में 1525 सेंटर बनाए गए थे, जहां 17 से 24 फरवरी तक परीक्षा हुई थी। इंटरमीडिएट की तरह मैट्रिक परीक्षा के भी परिणाम घोषित करने में हर स्तर से तेजी दिखाई गई। इंटरमीडिएट की तरह मैट्रिक परीक्षा के 50 टॉपर को भी बोर्ड आॅफिस बुलाया गया था। शुक्रवार व शनिवार को टॉपर की संभावित लिस्ट में शामिल छात्रों का इंटरव्यू लिया गया था। मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन इस बार 12 से 24 मार्च तक चला था। वहीं बीते 20 मार्च को ही आंसर की जारी कर दी गई थी।
पिछले साल मई में जारी हुआ था रिजल्ट
बता दें बिहार बोर्ड ने मैट्रिक परीक्षा 2020 का रिजल्ट 26 मई को जारी किया था। कोरोना के कारण 2020 में कॉपियों के मूल्यांकन में काफी समस्या हुई थी। संक्रमण के कारण ही रिजल्ट जारी करने में बोर्ड को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। 2020 में बिहार मैट्रिक परीक्षा में 80.59 प्रतिशत स्टूडेंट्स हुए थे।


