पिछड़ा-अतिपिछड़ा समारोह में शामिल हुए चिराग, बोले- जमुई की जनता के लिए मैं आजीवन ऋणी रहूंगा

पटना। लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र जमुई पहुंचे। यहां उन्होंने शगुन उत्सव वाटिका में आयोजित पिछड़ा-अतिपिछड़ा मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया और एक सभा को भी संबोधित किया। समारोह की शुरुआत चिराग ने लोजपा संस्थापक पद्म भूषण स्व. रामविलास पासवान जी के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण के उपरांत द्विप प्रज्वलित कर की। वही इस सभा को संबोधित करते हुए चिराग ने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा कि पिछले 9 सालों से लगातार उन्हें जमुई की जनता का आशीर्वाद और प्यार मिलता रहा है, जिससे वे अभिभूत हैं और इन 9 सालों में यहां कि जनता के हक में जितना भी संभव हो सका करने की इमानदार कोशिश की। कई कार्य ऐसे हैं जिनमें उपलब्धि हासिल हुई लेकिन कई कार्य अभी भी अधूरे हैं। जिन्हें पूरा करने के लिए पूरी तत्परता और इमानदारी से प्रयास-रत रहा हूं। वही आगे चिराग ने जमुई की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन 9 सालों में कभी भी उन्हे यह अहसास हुआ कि जमुई की जनता से उनका रिश्ता एक सांसद या जन-प्रतिनिधि का रहा है। जब-जब वे जिस-जिस दरवाजे गए, जब-जब यहां के लोगों से उनकी मुलाकातें हुईं एक अपनापन का अहसास हुआ। इस बीच किसी का काम हुआ, किसी का नहीं भी हुआ फिर भी प्यार और विश्वास निरंतर बना रहा। वही चिराग ने कहा कि यह जमुई की जनता का प्यार और विश्वास की शक्ति ही है कि पिछले दो साल जो व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों तौर बेहद कठिन थे। उसके बावजूद भी पूरी मजूती से खड़ा हू और तमाम उतार-चढ़ाव से जूझते हुए बिहार और बिहारियों की अस्मिता की लड़ाई लड़ पाने में सक्षम हूं। मेरी इस लड़ाई में सबसे बड़ा योगदान और साथ जमुई की जनता का है, जिसके लिए मैं आजीवन ऋणी रहूंगा।

जहां एक तरफ मेरे परिवार और पार्टी के सदस्यों ने धोखा देने का काम किया वहीं आप लोगों ने उस कठिन परिस्थिति में भी मेरा साथ नहीं छोड़ा और परिवार का सदस्य बनकर अपना बहुमूल्य समर्थन दिया। चिराग ने कहा कि एक सांसद के तौर पर इन 9 सालों में मैंने जमुई के लिए क्या किया क्या नहीं किया यह कहने और गिनाने की बात नहीं है, जितना कर पाया वह सब यहां की जनता के सामने है। पर इस बात का संतोष जरूर होता है कि 9 साल पहले तक लोग जिस तरह से जमुई को देखते थे, यहां कि चर्चा करते थे उसमें बदलाव जरूर हुआ है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जमुई का मान-सम्मान बढ़ा है। वही नीति आयोग का जिक्र करते हुए चिराग ने कहा कि आज नीती आयोग तक जमुई को पहचानता है। जो जमुई कभी 99वें पायदान पर था हम सब की मेहनत से आज 9वें पायदान पर है, लेकिन सफर यहीं खत्म नहीं होता यह लक्ष्य है कि आगे यह 9वें पायदान से पहले पायदान पर पहुंचे। चिराग ने कहा कि जमुई जिला जिसे कभी नक्सल प्रभावित जिला मानकर यह कहा जाता था कि यहां कभी विकास का कार्य धरातल पर नहीं उतर सकता, आज वही जमुई विकास की नई गाथाएं लिख रहा है। आगे उन्होंने उम्मीद जताई कि जमुई ना सिर्फ बिहार में बल्कि हिन्दुस्तान में तमाम जिलों के वनीस्पत, तमाम लोकसभाओं के वनीस्पत जमुई लोकसभा पहेल पायदान पर हो। इस सोच के साथ वे निरंतर आगे बठने का काम करेंगे।

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