नीति आयोग में सूबे में गरीबी स्तर कम होने पर बोले अशोक चौधरी, कहा- नीतीश के नीतियों से निश्चित है बिहार

पटना। बिहार में गरीबी रेखा से ऊपर आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। लोग तेजी से गरीबी से ऊपर उठ रहे हैं। नीति आयोग के ताजा जारी रिपोर्ट के अनुसार बिहार में पिछले 9 साल में 3.477 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। दरअसल, नीति आयोग ने बीते दिन एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें सूबे में गरीबी स्तर 51.89 से 33.76 फीसदी पर आ गया है। इसे लेकर जदयू ने नीतीश सरकार की जमकर सराहना की है। नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सीएम नीतीश की सराहना की है। उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार के नीतियों का परिणाम ही है जो लगातार बिहार को गरीबी रेखा से ऊपर उठा रही है। अशोक चौधरी ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्विट कर लिखा कि देखिये, ये है नीतीश जी की नीतियों का परिणाम। वर्ष 2005 से लेकर 2021 तक 44.52 प्रतिशत आबादी ग़रीबी रेखा से बाहर आई है। उन्होंने कहा कि, ‘न्याय के साथ विकास हर क्षेत्र का विकास और हर वर्ग का उत्थान’ की तर्ज पर काम करते हुए विगत 18 वर्षों से बिहार के हर वर्ग, जाति, धर्म और समुदाय को साथ लेकर चले हैं, उनके उत्थान हेतु नीतियों का निर्माण और बजट का प्रावधान किया गया है। अशोक चौधरी ने पोस्ट के जरिए कहा कि, सीएम नीतीश के नीतियों का असर हुआ कि प्रदेश के करोड़ों लोग ग़रीबी से बाहर आए। आज बिहार की सम्मानित जनता-जनार्दन विश्वास के साथ कहती है नीतीश हैं तो निश्चिंत हैं, क्योंकि उनका भरोसा नीतीश कुमार के सशक्त नेतृत्व और उनकी विकासपरक नीतियों पर शत प्रतिशत है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक देश में पिछले 9 सालों में 24.82 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में 5.94 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। वहीं बिहार में 3.77 करोड़ और मध्य प्रदेश में 2.30 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए। बहुआयामी गरीबी सूचकांक के सभी 12 संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है। नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले लगभग दो दशकों में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। इस दौरान गरीबी का स्तर तेजी से 50 फीसदी से घटकर 11.28 फीसदी पर आ गया है।

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