दिवाली को लेकर राजधानी की बाजार तैयार, हाथों से बनाया सामान बेच रहे है गुजरात के कलाकार, सोयावैक्स से बना पॉल्यूशन फ्री कैंडल

पटना। दिवाली की तैयारी राजधानी पटना में जोड़ शोर से चल रही। कोरोना के कारण लोग 2 साल से फिकी दिवाली मना रहे थे। लेकिन इस साल दिवाली को लेकर बाजार में लोगों का उत्साह देखने को मिल रहा है। वही लोग खरीदारी में दिलचस्पी दिखा रहे है। बाजार में खूब भीड़ देखने को मिल रही है। वहीं कई बड़े स्थायी दुकानों से लेकर अस्थायी दुकानों पर अब पूजा-पाठ की सामग्री से लेकर घर की सजावट के लिए आकर्षक सामान सज चुके हैं। वही लोग इस बार खूब घूम-घूम कर शॉपिंग कर रहे है। वही राजधानी पटना के बेली रोड पूरी तरह दिवाली के मौके पर सज धज कर तैयार हो चुका है। बता दे की यहां तरह-तरह के दिया, झालर, कैंडल, और लाइट्स के स्टॉल लगे है। साथ ही हाथ से बना हुआ कैंडल, गुड़िया, दिया और सजावट की सामान मिल रही है। मिट्टी के दिए, शुभ लाभ के स्टिकर्स, आर्टिफिशियल दिए, लड़ी, इन सब चीजों का भी स्टॉल लगा हुआ है। वही इसके साथ ही मधुबनी पेंटिंग किया हुआ कैंडल भी आपको देखने को मिलेगी।
हाथों से बनाया सामान बेच रहे है गुजरात के कलाकार
वही बेली रोड किनारे लगे स्टॉल में पहली बार गुजरात के कलाकार भी अपने अपने स्टॉल लगाए है। वहीं स्टॉल लगाई अनिता ने बताया की हमलोग यहां इस बार अपने हाथों से बनाए हुए समान का प्रचार करने आए है। हमलोग हाथ से बनी हुई सामान जैसे की गुड़िया, झालर, फूल के गुलदस्ते, स्वास्तिक ये सब सामान बेच रहे है। जिसकी कीमत 250 से लेकर 1200 तक है। जिसे लोग भी काफी पसंद कर रहे है। वही बाजार में मौजूद है सोयावैक्स से बनी कैंडलबेली रोड किनारे लगे बाजार में इस बार सोयावैक्स से बनी कैंडल मिल रही है। जो की एक वेजीटेबल प्रॉडक्ट्स होती है। स्टॉल लगाए हुए पटना के संकेत और प्रेम ने बताया कि हमलोग स्टूडेंट्स है और अपना कारोबार भी करते है। वही इस बार हम खास पॉल्यूशन को ध्यान में रखते हुए सोयावैक्स से कैंडल बनाए है। यह कैंडल सुगंधित और पॉल्यूशन फ्री होती है। इससे अलग-अलग रंगो में कैंडल बनाया जाता है। यह 7 से 8 घंटे तक जलती है। जिसकी कीमत 40 रुपए से लेकर 500 तक है।

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