PATNA : भोले भाले युवाओं को भटका कर देश विरोधी गतिविधियों के दी जा रही थी ट्रेनिंग, 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का था उद्देश्य

फुलवारीशरीफ, (अजीत)। बिहार की राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ को एक बार फिर नापाक मंसूबे पालने वालों ने बदनाम कर शहर के शहर के अमन पसंद लोगों को हैरान कर दिया। कई सालों पूर्व में कट्टरपंथी संगठन सिमी का गढ़ रहा और मिनी पाकिस्तान के नाम से मशहूर फुलवारीशरीफ में गुप्त तरीके से एक मिशन के तहत बिहार झारखंड बंगाल समेत दूरदराज के जिलों के अशिक्षित भोले भाले युवाओं को भटका कर देश विरोधी गतिविधियों के लिए ट्रेनिंग का सेंटर बनाकर रखा गया। इसके लिए कई इस्लामिक देशों से करोड़ों की फंडिंग का ट्रांजैक्शन का खुलासा भी पुलिस टीम ने किया है। पुलिस की मानें तो विदेशी अवैध धन का गिरफ्तार मोहम्मद अतहर परवेज और जलालुद्दीन और उनके संगठन से जुड़े खातों के जरिए एक बार में करीब 10 लाख से अधिक तो कहीं 50 लाख से अधिक कर ट्रांजैक्शन दिखाया जा रहा है। भारत को एक बार फिर से अस्थिर करने का अभियान चलाने वाले दो लोगों को फुलवारी शरीफ में गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगों का उद्देश्य था कि ऐसे लोगों की फौज तैयार करना है जो देश के दुश्मन है उन्हें मदद करना है। देश में कट्टरपंथ और धार्मिक उन्माद फैलाकार जातीय विद्वेष पैदा करना और दो समुदाय विशेष में कटुता पैदा कर देश को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनने की राह पर ले जाने की अभियान को फुलवारी शरीफ पुलिस ने देश की इंटेलिजेंस एजेंसियों के इनपुट मिलने पर पर्दाफाश कर दिया। भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का विजन 2047 एक मिशन लेकर भोले भाले युवाओं को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल करना देश विरोधी गतिविधियों को संचालित करने हेतु प्रशिक्षण देना एवं धार्मिक उन्माद फैलाने जैसे कार्यों में लिप्त 2 लोगों को फुलवारीशरीफ से गिरफ्तार किये जाने की जानकारी मिलते ही शहर के लोग एक बार फिर से सहम गए।

फुलवारी शरीफ एडिशनल एसपी मनीष कुमार सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य रहा अतहर परवेज को फुलवारी शरीफ के गुलिस्तान मोहल्ला से गिरफ्तार किया गया है वह उस मुहल्ले में करीब 10 वर्षों से अधिक समय से रह रहा था। सामाजिक रुप से कई तरह की गतिविधियों में शामिल होने वाले अतर परवेज के बारे में खुलासा होने के बाद लोगों को यकीन नहीं हो रहा है यह देश विरोधी गतिविधियां संचालित कर रहा था। गिरफ्तार अतहर प्रवेज के पड़ोसी और जानने वाले हैरान परेशान है । वही गिरफ्तार मोहम्मद जलालुद्दीन जो झारखंड से विचार पुलिसकर्मी है वह चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहा था। आगामी नगर निकाय चुनाव की पूरी तरह तैयारी में जुटा जलालुद्दीन आप देश विरोधी गतिविधियों में जेल की सलाखों के भीतर चला गया। जलालुद्दीन का एक भाई पूर्व में वार्ड पार्षद रहा है।

वही सूत्रों की माने तो देश के इंटेलिजेंस एजेंसियों के इनपुट के जरिए सूचनाओं को मिलने के बाद पुलिस टीम हरकत में आ गई थी। आईबी और अन्य एजेंसी से पुलिस को सूचना मिली थी कि अतहर परवेज नाम का शख्स रिटायर्ड दरोगा मोहम्मद जलालुद्दीन के घर में कार्यालय खोलकर देश विरोधी गतिविधियां संचालित करने के लिए युवाओं की फौज तैयार कर रहा था। इतना ही नहीं यह लोग भोले भाले युवाओं को भटका कर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने हेतु विशेष प्रशिक्षण दे रहे थे। प्रशिक्षण लेने झारखंड बंगाल तक के लोग आ रहे थे। छापेमारी के दौरान पुलिस को भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री दस्तावेज पंपलेट विजन 2047 का बुकलेट आदि बरामद हुआ है जिसके जरिए धार्मिक उन्माद फैलाने और अशिक्षित युवाओं को एक समुदाय विशेष के प्रति भड़काने के लिए तैयार किया जा रहा था। गौरतलब हो कि फुलवारी शरीफ में कई आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी वर्षों पहले हो चुकी है। देश के कई राज्यों में बड़े-बड़े ब्लास्ट और आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों को फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इतना ही नहीं सिमी संगठन का वर्चस्व जब चरम पर था तब कड़ाई से उस पर प्रतिबंध लगाते हुए उससे जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर सिमी को निष्क्रिय कर दिया गया था । एक बार फिर से आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों की मदद करने के अभियान का खुलासा होने के बाद शहर में हड़कंप मचा हुआ है।

एडिशनल एसपी मनीष कुमार सिन्हा ने बताया कि प्राप्त सूचना एवं गुप्त सूचना के आधार पर दिनांक 11.07.22 को नया टोला नहर पर स्थित अहमद पैलेस में छापेमारी की गई। मो जलालुद्दीन (सेवानिवृत पुकिसकर्मी झारखण्ड पुलिस) एवं अतहर परवेज ( सा.गुलिस्तान मोहल्ला, फुलवारीशरीफ) जो सिमी के पूर्व सदस्य रहे है . सिमी के सभी अभियुक्तों का बेल कराते रहे है एवं वर्तमान में पोपुलर फन्ट ऑफ इंडिया (पी.एफ.आई.) एवं एस.डी.पी.आई. के सक्रिय सदस्य है। उपरोक्त संगठन की आड़ में ये दोनो व्यक्ति देश विरोधी बैठक एवं राज्य/ देश विरोधी रणनीति पर बैठक करते रहे है। इसमें स्थानीय , जिला स्तर , राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर के पी.एफ.आई. / एस.डी.पीआई. के सक्रिय सदस्य, भाग लेते रहे हैं। इन बैठकों में सांप्रदायिकता / देश विरोधी जहर उपस्थित लोगों के दिमाग में भरने का काम किया जा रहा था। साथ ही दिनांक 06.07.22 एवं 07.07.22 को जलालुद्दीन के मकान में स्थित पी.एफ.आई. कार्यालय में मार्शल आर्ट / शारीरिक शिक्षा के नाम पर देश विरोधी अस्त्र / शस्त्र की ट्रेनिंग देने एवं धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधि कारित करने की बात सामने आयी है। उपरोक्त तिथि को हुए अत्यन्त गोपनीय ढंग से प्रशिक्षण कार्यक्रम में काफी लोग प्रशिक्षित किये गए है और प्रशिक्षण में शामिल लोगो को निर्देश दिया गया है कि वे अपने अपने क्षेत्र में जाकर अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षित व उत्प्रेरित व उन्मादित करें। इसमें बाहर के कई राज्यों के अति चरमपंथी व सांप्रदायिक लोग भी रहते है। एडिशनल एसपी ने बताया कि उपरोक्त तथ्यों के आधार पर छापामारी की गयी जिसमें पीएफआई का झंडा पी.एफ.आई. का पम्पलेट, बुकलेट एवं गुप्त दस्तावेज जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने हेतु मुहिम चलाने से संबंधित दस्तावेज ( मिशन -2047 ) बरामद किया गया है जो दोनों समुदायों में विद्वेष फैलाने व राष्ट्र के विरूद्ध दूसरे देशो का आह्वान करना है।

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