भोजपुर विचाराधीन बंदी की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों का हंगामा, आगजनी के साथ सड़क जाम

भोजपुर, बिहार। भोजपुर जिले गौस स्थित एक विचाराधीन बंदी की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने आगजनी कर सड़क जाम कर हंगामा शुरू कर दिया। शहर के नगर थाना क्षेत्र के बड़की सिंगही मुहल्ला निवासी मिथलेश पासवान को शराब के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद भोजपुर पुलिस ने उसे गुरुवार को औरंगाबाद जिले के दाउदनगर उप कारा भेज दिया था। तबियत खराब होने के बाद उप कारा से उसे इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज भेजा गया था, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

परिजनों का पुलिस पर लापरवाही का आरोप

रविवार शाम शव आने के बाद लोग भड़क उठे और आरा-बड़हरा, आरा-सरैया मुख्य मार्ग गौसगंज के समीप शव को सड़क के बीचों बीच रखकर हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान टायर जलाकर आगजनी भी की गई। जिसके कारण दोनों तरफ से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। जिसे लेकर तीन से चार घंटा विधि-व्यवस्था की समस्या बनी रही। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर मारपीट करने और इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे है। इधर, हंगामा की सूचना मिलने पर नगर थानाध्यक्ष आर बी चौधरी ने अपने दलबल एवं चीता टीम के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने में जुट गए। मिथलेश पासवान को 23 फरवरी को 20 लीटर देशी के साथ गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार करने के बाद मृतक की मृगी आने से हालत खराब हो गयी थी,जिसके बाद आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के बाद ठीक हो गया था। जिसके बाद उसे कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद उसे दाउदनगर भेज दिया गया था। पुनः तबियत खराब होने के बाद जेल प्रशासन ने भोजपुर पुलिस को सूचना दी की इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मौत के मृतक के परिवार वाले वहां गए और शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद वापस आरा लेकर आ गए। शव के पहुंचते ही आक्रोश भड़क उठा हंगामा शुरू हो गयी। एएसपी हिमांशु ने बताया कि मृतक की पहले से ही बीमार चल रहा था,उसे कई तरह के बीमारी थे। जिसके कारण उसकी मौत हुई है। उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन के द्वारा उसे इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज लाया गया था ।लेकिन उसे डॉक्टर बचा नही पाये और उसकी मौत हो गयी। परिवार द्वारा लगाया गया आरोप गलत है।

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