PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश व राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने अमर शहीद जुब्बा सहनी को अर्पित की श्रद्धांजलि

पटना। बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर एवं CM नीतीश ने आज अमर शहीद जुब्बा सहनी की पुण्यतिथि के अवसर पर मोईनुलहक स्टेडियम, राजेन्द्र नगर के दक्षिण-पश्चिम कोने पर अवस्थित पार्क में अमर शहीद जुब्बा सहनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। वही इस अवसर पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, विधान पार्षद भीष्म सहनी, पूर्व विधायक विद्यासागर निषाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, भवन निर्माण विभाग के सचिव सह पटना प्रमण्डल के आयुक्त कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह, राज्य खाद्य आयोग के पूर्व सदस्य नंदकिशोर कुशवाहा, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शिवशंकर निषाद JDU नेता ओमप्रकाश सेतु, निषाद नेता छोटे सहनी सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। बता दे की जुब्बा सहनी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर आधारित गीतों का गायन किया गया।

इस कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। बिहार में सफलतापूर्वक लागू पूर्ण जनप्रकाश नाहहत अन्य पराय शराबबंदी के अध्ययन के संबंध में छत्तीसगढ़ से आये प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का क्या असर है और इससे कितना फायदा हुआ है, इसे देखने और समझने के लिए छत्तीसगढ़ से एक टीम यहां आई हुई है। टीम ने मुझसे भी मुलाकात की है। हमने सारी बातों की जानकारी उन्हें दे दी है बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ के लोगों ने मुझे आमंत्रित किया था। हमलोग वहां गये थे। अभी के छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उस समय कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे। हमारी मुलाकात उनसे भी हुई थी। बिहार में शराबबंदी को देखने लोग आ रहे हैं, यह अच्छी बात है। छत्तीसगढ़ से आये लोग शराबबंदी को देखकर काफी प्रसन्न हैं। प्रतिनिधिमंडल में एक महिला विधायक भी शामिल हैं। समाज में कुछ आदमी तो गड़बड़ करनेवाले होते ही हैं। शत प्रतिशत लोग तो कभी ठीक नहीं हो सकते हैं शराबबंदी को लेकर इमलोगों ने वर्ष 2018 में सर्वेक्षण करवाया था तो पता चला था कि एक करोड़ 84 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है।

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