पटना एयरपोर्ट के किराए ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, कोलकाता जाना लंदन से महंगा, 5 गुने बढे टिकट के दाम
पटना। पटना एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए इस समय हवाई सफर किसी लग्ज़री नहीं बल्कि बड़ी चुनौती बन गया है। दिसंबर के शादी–ब्याह के सीजन में बिहार लौटने वालों की भीड़ इतनी बढ़ गई है कि एयरलाइंस ने टिकट कीमतों को रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा दिया है। हालात ऐसे हैं कि घरेलू उड़ानों का किराया अंतरराष्ट्रीय रूटों से भी कई गुना अधिक हो चुका है। पटना–कोलकाता जैसी छोटी दूरी की उड़ान का किराया दिल्ली–लंदन जैसे लंबी दूरी वाले अंतरराष्ट्रीय रूट से भी महंगा हो गया है।
शादी के सीजन ने बढ़ाई हवाई यात्रा की मांग
बिहार में दिसंबर के महीने में शादियों का सबसे अधिक दौर रहता है। बड़ी संख्या में बिहारी मजदूर, पेशेवर और छात्र दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे और कोलकाता से घर लौटते हैं। इसके अलावा शादी के बाद फिर काम पर लौटने की भी मजबूरी होती है। ट्रेन में भारी भीड़ और लंबी वेटिंग के कारण एयरलाइंस ही एकमात्र तेज विकल्प रह जाती है, लेकिन मांग बढ़ते ही टिकटों के दाम आसमान छूने लगते हैं। इसी बढ़ती मांग का नतीजा है कि पिछले कुछ दिनों में पटना एयरपोर्ट से उड़ानों के किराए में 5 गुना तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एयरलाइंस के डायनेमिक प्राइसिंग सिस्टम ने यात्रियों की परेशानी और बढ़ा दी है।
पटना–कोलकाता टिकट की कीमत अंतरराष्ट्रीय उड़ान से ज्यादा
आमतौर पर पटना–कोलकाता की फ्लाइट का किराया 3,500 से 4,000 रुपए तक होता है। लेकिन मौजूदा स्थिति में यही किराया 66,765 रुपए तक पहुंच गया है। एयर इंडिया की एआई-2790 और एआई-2643 जैसी उड़ानों में यह दर दिखाई गई, जो यात्रियों को हैरान कर गई है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इस दिन दिल्ली–लंदन की अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट का किराया सिर्फ 27,026 रुपए था। यानी भारत के भीतर एक घंटे की उड़ान ब्रिटेन जाने से भी ज्यादा महंगी है। यह स्थिति देश में हवाई किराए की नीतियों और मांग–आपूर्ति के समीकरण पर सवाल खड़ा करती है।
पटना–मुंबई रूट पर भी रिकॉर्ड तोड़ महंगाई
पटना–मुंबई रूट पर आम दिनों में टिकट 8,000 से 9,000 रुपए के बीच मिलता है। लेकिन अब नॉन–स्टॉप फ्लाइट का किराया 40 हजार से ऊपर और एक स्टॉप वाली फ्लाइट का किराया 50 हजार पार कर रहा है। एयर इंडिया की एआई-9585 और एआई-2451 उड़ानों पर 52,303 रुपए तक का किराया दर्ज किया गया, जो यात्रा करने वाले आम और मध्यमवर्गीय लोगों के लिए बड़ी परेशानी है।
बेंगलुरु और चेन्नई रूट भी महंगे हुए
शादी के सीजन में दक्षिण भारत से भी बड़ी संख्या में लोग बिहार आते हैं। इस वजह से बेंगलुरु–पटना रूट पर 7,000 रुपए का टिकट अब 60,666 रुपए तक पहुंच गया है। चेन्नई–पटना रूट, जहां सामान्य किराया 7–8 हजार होता है, अब 50 हजार से ऊपर बिक रहा है। यह सीधे तौर पर मांग और उपलब्धता के असंतुलन को दर्शाता है।
दिल्ली–पटना रूट की अविश्वसनीय तुलना
पटना–दिल्ली रूट का किराया भी चौंकाने वाला है। जिस दिन दिल्ली–लंदन की टिकट 27 हजार में मिल रही थी, उसी दिन पटना–दिल्ली की टिकट 51,332 रुपए तक पहुंच गई। यानी घरेलू यात्रा अंतरराष्ट्रीय यात्रा से दोगुनी महंगी। यह तुलना सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या भारत में घरेलू विमानन कंपनियों पर कोई प्रभावी किराया नियंत्रण व्यवस्था है या नहीं।
एयरलाइंस की दलील – मांग बढ़ी, सीटें सीमित
एयरलाइंस का कहना है कि शादी के मौसम में अचानक यात्रा की मांग बढ़ जाती है और उपलब्ध उड़ानें सीमित होती हैं। ऐसे में डायनेमिक प्राइसिंग के कारण किराया बढ़ना स्वाभाविक है। हालांकि यात्रियों का मानना है कि यह पूरी तरह बाजार की मनमानी है और सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए।
कुछ दिनों में सामान्य हो सकता है किराया
एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि दिसंबर का शादी–ब्याह सीजन खत्म होते ही फ्लाइट किराए में गिरावट आएगी। जनवरी के पहले सप्ताह से किराया सामान्य होने की उम्मीद है। लेकिन फिलहाल की स्थिति यही है कि पटना से उड़ना जेब पर ऐसी चोट है जिसे आम लोग सहन पाना मुश्किल समझ रहे हैं।


