पीएमसीएच में मरीजों का रजिस्ट्रेशन करने वाली एजेंसी 1.16 करोड़ रुपये लेकर भागी, संचालक पर केस दर्ज

  • 34 महीने का पैसा और मरीजों का डेटा गायब, पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन में हड़कंप

पटना। बिहार के सबसे बड़े हॉस्पिटल में सरकारी रुपए का गबन हुआ है। 1 करोड़ 16 लाख 92 हजार 828 रुपए, जिन्हें सरकारी खजाने में जमा किया जाना था, उसे प्राइवेट कंपनी अपने पास ही रखती चली गई। जिस कंपनी के ऊपर रुपयों के गबन का आरोप लगा है, उस कंपनी को पीएमसीएच में वहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों से रजिस्ट्रेशन फी वसूलने की जिम्मेदारी दी गई थी। मगर, पिछले तीन सालों से कंपनी ने रजिस्ट्रेशन फी के रुपयों को सरकारी खाते में जमा ही नहीं किया। जब इस बात की जानकारी पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन को हुई तो फिर हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, पटना में डाक बंगला चौराहा के पास फ्रेजर रोड में नारायण पैलेस है। इसी बिल्डिंग में आरजी सॉफ्टवेयर एंड सिस्टम नाम की एक प्राइवेट कंपनी की ऑफिस है। इसी कंपनी को पीएमसीएच में मरीजों से रजिस्ट्रेशन फी लेने की जिम्मेदारी मिली थी। आरोप है कि जुलाई 2017 से मई 2020 तक रजिस्ट्रेशन फी वसूल किए। मगर, डेली जमा किए जाने वाले रुपयों को सरकारी खाते में जमा नहीं किया गया और न ही उससे जुड़े कागजात जमा किए गए। पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से बार-बार गबन किए गए रुपयों को सरकार खाते में जमा किए जाने की बात कही गई।

बताया जा रहा हैं पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से कंपनी के अधिकारी को सख्त हिदायत दी गई थी। रुपयों और उससे जुड़े कागजात को जमा करने के लिए उन्हें 12 अक्टूबर की अंतिम तारीख दी गई थी। लेकिन, वो तारीख भी फेल हो गई। जिसके बाद पीएमसीएच के सुपरिटेंडेंट डॉ (प्रो) इन्द्रशेखर ठाकुर ने राजधानी के पीरबहोर थाना में 26 अक्टूबर को ही लिखित शिकायत की थी। जिसके आधार पर अब कंपनी के मालिक राकेश कुमार के खिलाफ IPC की धारा 406 और 409 के तहत FIR नम्बर 683/2022 दर्ज की गई है। पीरबहोर थाना की पुलिस ने केस की जांच शुरू कर दी है। साथ ही राकेश कुमार को तलाश रही है।

About Post Author

You may have missed