September 14, 2025

बकरीद-कड़ी सुरक्षा के बीच अदा हुई नमाज, गले मिल लोगों ने दी मुबारकबाद हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बकरीद का त्यौहार।

फुलवारीशरीफ | राजधानी पटना सहित फुलवारी शरीफ और आसपास के इलाके में हर्षोल्लास के साथ कुर्बानी और त्याग का पर्व बकरीद का त्योहार मनाया गया | सुबह तयशुदा समय पर कड़ी सुरक्षा के बीच विभिन्न ईदगाहों, खानकाहों और मस्जिदों में ईद-उल-अजहा बकरीद की नमाज अदा की गई. फुलवारी शरीफ के खानकाह ए  मुजिबिया ,शाही संगी मस्जिद ,नया टोला ,चौराहा ,इसोपुर ,हारून नगर ,सबजपूरा  ,खलीलपुरा,समेत ग्रामीण इलाकों में भुसौला दानापुर ,जानीपुर ,परसा बाजार ,सम्पत्चक ,बेउर ,पहाडपुर पुलिस कोलोनी , पटना के  सुल्तानगंज , राजा बाजार , समनपूरा , शेखपुरा ,हमीदपुर  कुर्जी , बांस कोठी , संगम कोलोनी , मैनपुरा , दुजरा ,लालकोठी दानापुर ,सुल्तानपुर , सगुना मोड़ ,  छोटी खगौल व बड़ी खगौल , जमालुद्दीन चक , दीघा ,आदि इलाकों के मस्जिदों एवं ईदगाहों  में ईद उल अजहा की नमाज अदा करने लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी । इस दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त इन्तेजाम किया था । विभीन्न मस्जिदों और सभी प्रमुख चौराहे पर पुलिस की तैनाती की गयी थी । तमाम मुस्लिम बहुत इलाकों में बकरीद के मौके पर लोगों ने नमाज के बाद जानवर की कुर्बानी देकर अल्लाह से सलामती की दुआ मांगी.तमाम ईदगाहों , खानकाह ए मुजिबिया समेत सभी मस्जिदों के आस पास कड़ी सुरक्षा वयवस्था में जवान मुस्तैद रहे | बकरीद की नमाज बाद लोगों ने एक दुसरे से गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद पेश की  | बकरीद की नमाज के समय खुतबे में पेश इमामो ने अपने सन्देश में फरमाया की कुर्बानी का मकसद अपने आप के अंदर माल व दौलत एवं बाल बच्चों की मुहब्बत से बढ़कर अल्लाह पाक की मुहब्बत पैदा करना है और यह इकरार करना है कि हर बंदे का माल,  उसकी जान,  उसकी इबादत और जीवन के सभी कर्म अल्लाह के लिए हैं और उस के हुक्म के मुताबिक होने चाहिए.कुर्बानी का उद्देश्य अल्लाह की रजामंदी हासिल करना है और अल्लाह के बंदों की मदद करना है. अल्लाह ने खुद फरमाया है कि कुर्बानी का गोश्त और खून अल्लाह को नहीं पहुंचता है बल्कि तुम्हारे दिल का तकवा और अल्लाह का डर अल्लाह ताला तक पहुंचता है. इस दिन ग़रीबों का खास ख्याल रखना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि आप की कुर्बानी का गोश्त आप के आस पड़ोस एवं रिश्तेदारों में से उन लोगों तक पहुंच जाए जिनके घर पे कुर्बानी नहीं हुई है.
सुबह में तापमान  में नमी थी, लेकिन इसके बाद चिलचिलाती धूप निकली । इससे त्यौहार के उत्साह में कमी नहीं आयी ।ईद उल अजहा के मौके पर हिन्दू भाइयों ने भी मुस्लिम भाइयों के घर जाकर ईद उल अजहा  की बधाई दी | लोगों का दोस्तों-रिश्तेदारों के घर आवागमन देर रात तक जारी रहा | फेसबुक व व्हाट्सएप पर भी एक दुसरे को ईद उल अजहा बकरीद की मुबारकबाद देने में लोग लगे रहे | दोपहर बाद बच्चे टोलियां बनाकर बाजार में घूमने निकल पड़े। बड़ों से मिली ईदी से बच्चों ने जमकर खिलौने खरीदे, गोलगप्पे, पापड़, समोसे आदि का भी जमकर लुत्फ उठाया।  झक झक सफ़ेद और रंग बिरंगी नए नए कपडे पहनकर लोगों ने एक-दूसरे के घर जाकर ईद की मुबारकबाद दी  | वहीँ बच्चों के लिए लगे झुलों में बच्चों ने झुलने का पूरा लुत्फ उठाया ।

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