PATNA : गर्मी बढ़ते ही शहर में बढ़ी पावर कट की समस्या, बिजली विभाग के सर्वर को करना पड़ रहा शट्डाउन

पटना। राज्य में गर्मी के साथ अचानक पावर कट की समस्या बढ़ गई है। फ्यूज उड़ने के साथ कई बाधाएं आ रही हैं। गर्मी आते ही प्रतिदिन लगभग 400 मेगावाट बिजली की अधिक खपत हो रही है। ऐसे में बिजली विभाग ने भी तैयारी की है। फ्यूज कॉल सेंटर को एक्टिव किया गया है और कोशिश की जा रही है हर कॉल पर आने वाली समस्या का समय से समाधान किया जाए। पुराने तारो और लोड के ट्रांसफार्मर में कमी के कारण ही पावर कट बढ़ा है। बिजली कटौती का बड़ा कारण ट्रांसफार्मरों में आ रही खराबी है। मार्च में हर दिन कटौती हुई है। हर दिन खराबी को सही करने के लिए विभाग को शट्डाउन करना पड़ रहा है। 10 मार्च गुरुवार को भी पटना के 33 केवीए बहादुरपुर और 11 केवीए जगमोहन बाबा फीडर खेमिनीचक में कटौती की जा रही है। दिन में 11 बजे से 2 बजे तक बिजली की कटौती गर्मी होगी।

लोड बढ़ने से बढ़ रहा पॉवर कट
गर्मी में पंखे कूलर और एसी के साथ अन्य उपकरण के चलने से लोड बढ़ जाता है। गर्मी के आते ही घर-घर लोड बढ़ जाता है। पंखे चलने लगते हैं, जिसका असर सीधा संबंधित फीडर के ट्रांसफार्मर पर होता है। बिजली की मांग बढ़ने लगती है, इस कारण फ्यूज उड़ने सहित कई प्रकार की बाधाएं आ रही हैं। पटना में लगभग 400 मेगावाट से अधिक बिजली की खपत प्रतिदिन होने लगी है। इस कारण से फ्यूज उड़ने सहित कई प्रकार की बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। 400 मेगावाट से अधिक बिजली की खपत प्रतिदिन बढ़ने से ट्रांसफार्मर से लगे तारों में समस्या के साथ पावर कट हो रहा है। बिजली विभाग तारों को सही करने में जुटा है।
पटना शहरी क्षेत्र में बिजली विभाग अलर्ट
पटना के शहरी क्षेत्र में बिजली विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। शहरी क्षेत्र में कोशिश की जा रही है कि फ्यूज कॉल सेंटर पर शिकायत मिलते ही समस्या का समाधान कर दिया जाए। पटना शहरी क्षेत्र में अधिकतम बिजली खपत 700 मेगावाट तक होती है, बिजली कटने पर स्थानीय फ्यूज कॉल सेंटर या फिर 1912 पर शिकायत दर्ज कराने की व्यवस्था की गई है। बिजली कंपनी मांग में वृद्धि होने के साथ छोटी-छोटी खराबियों को दूर करने में लगी है। अलग अलग फीडर में चल रहे काम को लेकर भी बिजली कटौती का नियम बनाया गया है। कहीं भी दो घंटे से अधिक समय तक बिजली नहीं काटी जा रही है। ट्रांसफार्मर के साथ अन्य खराबी को लेकर बिजली कट रही है। इसके लिए सुबह का समय निर्धारित किया जा रहा है जिससे लोगों को अधिक परेशानी नहीं होने पाए। बिजली आपूर्ति में बाधक पेड़ों की छंटाई के साथ तारों पर भी काम किया जा रहा है। मार्च में अचानक से बिजली की डिमांड के साथ पावर कट के मामले बढ़े हैं। ट्रांसफार्मरों के रखरखाव के लिए मोहल्लों में आपूर्ति बंद किए जा रहे हैं।