आधी आबादी को नजरअंदाज कर विकसित राष्ट्र की कल्पना असंभव
पटना। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वनस्पति विज्ञान विभाग, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय एवं टीपीएस कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में वूमेन इन साईंस विषय पर व्याख्यान एवं प्रतियोगिता आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में चर्चित स्त्री एवं प्रसव रोग विशेषज्ञ डॉ. सारिका राय शामिल हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि समाज के सम्यक विकास में महिलाओं की महत्वपूर्ण भमिका है। आधी आबादी को नजरअंदाज कर विकसित राष्ट्र की कल्पना नहीं कर सकते है।
डॉ. सारिका राय ने अपने संबोधन में चिकित्सा के गैर परंपरागत तकनीक की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। बिहार से चिकित्सा के लिए बाहर जाने वाले मरीजों के पलायन पर चिंता व्यक्त की एवं उनके पलायन को रोकने की दिशा में उनके द्वारा की गई पहल की चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान स्नातकोत्तर एवं पीएचडी शोधार्थियों के 8 समूहों के द्वारा भारतीय महिला वैज्ञानिकों के उपलब्धियों पर शोध-पत्र प्रस्तुत किया गया। नियोजक मंडल में प्रो. रूपम, प्रो. अंजलि प्रसाद, डॉ. ज्योत्सना एवं डॉ. नुपूर थीं। जिनके द्वारा विजेताओं का चयन किया गया। प्रथम स्थान पर ज्योति पाठक, स्वास्तिक एवं रीना कुमारी का समूह आया। द्वितीय स्थान अपर्णा आनंद, अंजलि एवं निधि का समूह रहा। जबकि तृतीय स्थान पर सिमरन, स्नेहा एवं अनुराधा का समूह रहा।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिवम के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विनय भूषण ने किया। कार्यक्रम में प्रो. रघुवंश मणि, प्रो. जावेद अखतर खां, प्रो. शशि भूषण चौधरी, प्रो. कृष्णनंदन, डॉ. प्रशांत एवं डॉ. उदय शमिल हुए।


