रिंटू सिंह हत्याकांड में तेजस्वी ने की मंत्री लेशी सिंह की मागं, JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने किया पलटवार

पटना। कांग्रेस नेता और सह पूर्व जिप सदस्य विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह हत्याकांड में मंत्री लेशी सिंह के भतीजे की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस संदिग्ध ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। हालांकि 48 घंटे के बाद भी पुलिस की टीम को आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले को लेकर नीतीश सरकार को घेरते हुए मांग की कि खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह से इस्तीफा लेकर विश्वजीत ऊर्फ रिंटू सिंह की हत्या की जांच करायी जाए। साथ ही, मंत्री के कॉल डिटेल की जानकारी ली जाए। रिंटू के परिजन लगातार आरोप लगा रहे हैं। अगर मंत्री की संलिप्तता नहीं है तो कुछ दिन के लिए इस्तीफा लेकर जांच कराने में क्या हर्ज है। रविवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता में तेजस्वी यादव ने कहा कि चार दिन पहले मधुबनी के पत्रकार लापता हुए उनकी लाश मिली, बाल्मीकिनगर में पार्षद की हत्या हो गई। छठ पूजा में नालंदा में बलात्कार की घटना हुई। सीएम कहते हैं पुलिस अपना काम कर रही है। बावजूद घटनाएं रोज हो रही हैं। हमने प्रमाण भी दिया, लेकिन सरकार चुप्पी साध गई।

ललन सिंह ने किया पलटवार, कहा- अगर साक्ष्य है तो पुलिस को दें तेजस्वी
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव ललन सिंह ने तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि वे विरोधी दल के नेता हैं। विरोधी दल के नेता का काम ही है सरकार पर आरोप लगाना। वैसे बिहार से उन्हें कोई मतलब नहीं है। वो प्रवास पर गए थे वापस आए हैं। कुछ बोलेंगे फिर प्रवास पर चले जाएंगे। वे बोलते रहें और सरकार अपना काम करती रहेगी। जदयू अध्यक्ष ने कहा कि लेशी सिंह के मामले को मैंने भी अखबारों में देखा है। घटना में जांच का काम पुलिस का है। जिनके पास कुछ साक्ष्य है, वो आरोप लगाने की बजाय पुलिस को साक्ष्य उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि जांच का काम सरकार का नहीं बल्कि पुलिस का है। सीएम नीतीश कुमार ने अपने पूरे शासन काल में कभी पुलिस के काम में हस्तक्षेप नहीं किया। बचाने और फंसाने का काम तेजस्वी यादव के माता और पिता के राजकाज में होता था इसलिए तेजस्वी यादव को वही बात समझ में आ रही है। लेशी सिंह को जिस मामले में फंसाने की साजिश रची जा रही है उसकी जांच पुलिस बखूबी कर रही है।