चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस को लिया निशाने पर, कहा-संघर्ष के रास्ते को नापसंद करने वालों ने दिया धोखा

पटना। लोक जनशक्ति पार्टी में फूट के बाद चिराग पासवान बुधवार को पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने चाचा पशुपति कुमार पारस पर पलटवार करते हुए कहा कि पार्टी ने समझौते की बजाय संघर्ष का रास्‍ता चुना था। पिता के निधन के बाद उन्‍होंने परिवार और पार्टी दोनों को लेकर चलने का काम किया। इसमें संघर्ष था। जिन लोगों को संघर्ष का रास्‍ता पसंद नहीं था, उन्‍होंने ही धोखा दिया। चाचा बोलते, तो पहले ही संसदीय दल का नेता बना देता।

उन्होंने कहा कि लोजपा को पहले भी तोड़ने की कोशिश की थी। मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं। शेर का बेटा हूं। पार्टी पापा की सोच के साथ मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी। मुझे यह अधिकार पार्टी का संविधान ही देता है। कोई भी संगठन इसके अनुरूप ही चलता है। पारस गुट ने जो पटना में गुरुवार को कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है, वो असंवैधानिक है। उनके लिए गए फैसले भी गलत हैं।

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