बजट सत्र का 15वां दिन : सदन में सत्ता पक्ष-विपक्ष के विधायकों के बीच धक्का-मुक्की, नोंकझोक, कुर्सी पलटी

पटना। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र का शनिवार को 15वां दिन भी भारी हंगामेदार रहा। विधानसभा में मंत्री रामसूरत राय के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। विधानसभा की दूसरी पाली जैसे ही शुरू हुई विपक्ष ने शराबबंदी को लेकर सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया। सत्ता पक्ष के सवाल पर विपक्ष इतना भड़क गया कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान विपक्ष के विधायक विधानसभाध्यक्ष के नजदीक वेल तक पहुंच गए और उन्होंने वहां रखी कुर्सी पलट दी। बीच-बचाव के लिए मंत्री सुमित सिंह और नीरज बबलू भी वेल में आ गए। उनके साथ मार्शल भी वेल में पहुंचे। भारी हंगामे को देखते हुए अंत में विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 3:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन स्थगित होने की घोषणा के बाद भी राजद और भाजपा विधायकों के बीच नोक झोंक का दौर जारी रहा। हांलाकि कुछ देर बाद मामला शांत हो गया।
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विधानसभाध्यक्ष से शराबबंदी को लेकर बोलने की इजाजत मांगी। इस पर स्पीकर ने उनसे कहा कि इस मामले पर बोलने के लिए सोमवार का दिन निश्चित किया गया है। तो उन्होंने इस पर दो मिनट का समय मांगा। इसी दौरान सदन में हंगामा शुरू हो गया। हंगामा इतना बढ़ गया कि देखते-देखते पक्ष-विपक्ष के विधायकों के बीच हाथापाई होने लगी। साथ ही विपक्ष के सदस्यों ने वेल की कुर्सी पलट दी।
इस पूरे मामले को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन की कार्यवाही को चलने ही नहीं देना चाहता था। वे शुरूआत से ही मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। उनका कहना है कि जब सदन में हंगामा ज्यादा होने लगा तो तेजस्वी और तेजप्रताप सदन से बाहर चले गए।

About Post Author

You may have missed