December 5, 2025

बिहार बजट में हर क्षेत्र का रखा गया है ख्याल, कृषि, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा पर और ज्यादा पैसा खर्च करने का निर्णय

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को सदन में प्रस्तुत किये गये बजट के पश्चात बिहार विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि उप मुख्यमंत्री ने बजट पेश करते हुए बहुत अच्छे ढ़ंग से संक्षेप में सारी बातें बतायी हैं। बजट के महत्वपूर्ण विषयों पर उन्होंने चर्चा भी की है। हमलोगों ने बजट में हर क्षेत्र का ख्याल रखा है। पिछली बार शुरू की गयी सात निश्चय की योजना के अन्तर्गत जो काम बचे रह गये जैसे कुछ जगहों पर सड़कों एवं पक्की गली का निर्माण या हर घर नल का जल का काम पूर्ण नहीं हुआ है, उन सारे कार्यों को पूर्ण करने का भी बजट में उल्लेख किया गया है। हमलोगों की कोशिश होगी कि जितनी योजनायें पहले से चल रही हैं, उन्हें एक वर्ष के अंदर पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके अलावा जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत जो काम चल रहे हैं, उसे निरंतर आगे बढ़ाया जायेगा।


अगले साल के लिये एक-एक चीज का प्रावधान
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 की परिकल्पना की गई है, उसे कैबिनेट ने पास किया है। विभिन्न विभागों ने इसके लिये जरूरी योजनायें बनायी हैं। इस बजट में इसके लिये प्रावधान किया गया है और नये वित्तीय वर्ष 2021-22 में सारा काम शुरू हो जायेगा। कृषि, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा पर और ज्यादा पैसा खर्च करने का निर्णय लिया गया है। पिछले 11-12 माह से कोरोना का दौर चला है, जिसका प्रभाव पड़ा है। कोरोना के दौर में लोगों को राहत पहुंचाने के लिये केन्द्र से सहयोग तो मिला ही है, साथ ही राज्य सरकार ने भी बड़े पैमाने पर राशि व्यय की है। इस पर 10 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि व्यय की गई है। उन्होंने कहा कि बजट में अगले साल के लिये एक-एक चीज का प्रावधान किया गया है ताकि बिहार की और प्रगति हो। हमलोग इस बात को लेकर वचनबद्ध हैं, उसका अनुपालन करना चाहते हैं, क्रियान्वित करना चाहते हैं, जिसका बजट में प्रावधान किया गया है। कोरोना काल में पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ा है, इसके बावजूद हमलोग सभी काम को आगे बढ़ाना चाहते हैं। सबके सहयोग से बिहार को आगे बढ़ायेंगे।
20 लाख लोगों को रोजगार के अवसर मिले, इसके लिये काम करेंगे
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 के अंतर्गत सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र में हर प्रकार से लोगों को रोजगार के लिये प्रेरित करेंगे। 20 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिले, इसके लिये हमलोग काम करेंगे। राज्य में मेडिकल मेडिकल और इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय बनाने की सारी तैयारी चल रही है। साथ ही खेल के लिये राजगीर में खेल विश्वविद्यालय बनाया जायेगा। राजगीर में स्टेडियम के निर्माण कार्य के अलावा खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिये पहले से काम हो रहा है। इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए सब लोगों ने निर्णय किया कि राजगीर में ही खेल विश्वविद्यालय बनेगा, इस पर पहले ही बात हो चुकी थी। स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिये हमलोग प्रारंभ से ही पूरी कोशिश कर रहे हैं। नई पीढ़ी को खेल के प्रति आकर्षण होना चाहिये। सबको पढ़ना चाहिये, साथ ही खेल-कूद के प्रति भी आकर्षण रहने से उनका स्वभाव ही नहीं बेहतर होगा बल्कि भविष्य भी और बेहतर बनेगा।

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