December 5, 2025

हरियाणा का दबंग शराब कारोबारी अजीत खलीला को बिहार पुलिस ने पानीपत में पकड़ा, लेवल-1 का मिला हुआ है लाइसेंस

पटना। अभी तक बिहार पुलिस स्थानीय स्तर पर ही शराब के अवैध कारोबार से जुड़े अपराधियों और शराब सप्लायर को गिरफ्तार करती रही है। यह पहली बार है जब बिहार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के बाहर हरियाणा के बड़े शराब सप्लायर अजीत खलील उर्फ जित्ता को गिरफ्तार किया है। मद्य निषेध इकाई की स्पेशल टीम ने हरियाणा के लेवल-1 के शराब ठेकेदार अजित खलीला को पानीपत से हरियाण पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया है। गुरुवार की दोपहर फ्लाइट से उसे पटना लाया गया।
ट्रांजिट रिमांड पर लेगी पुलिस
आइजी मद्य निषेध अमृतराज ने बताया कि गिरफ्तार शराब सप्लायर पर बिहार में भारी मात्रा में अवैध शराब भेजने का आरोप है। पिछले दिनों गोपालगंज में पकड़े गए एक ट्रक शराब की खेप में उसका नाम आया था। इसके बाद विशेष टीम लगाई गई थी। इसी सिलसिले में आरोपित को पकड़ा गया है। बिहार पुलिस उसे तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पटना आई है। यहां उससे पूछताछ की जाएगी। इससे बड़े स्तर पर शराब के नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
इस तरह हुई गिरफ्तारी
शराब माफिया को गिरफ्तार करने के लिए मद्य निषेध के आईजी अमृतराज के निर्देश पर बिहार पुलिस की टीम को हरियाणा भेजा गया था। जिसमें मद्य निषेध इकाई के डीएसपी सुबोध कुमार और इंस्पेक्टर अबरार अहमद के साथ दो सब इंस्पेक्टर की टीम 31 जनवरी को हरियाणा भेजी गई थी। बुधवार को बिहार की टीम ने हरियाणा पुलिस की मदद से पानीपत में छापेमारी कर अजीत उर्फ जित्ता को पकड़ा। इसकी गिरफ्तारी से बिहार में शराब की अवैध बिक्री में कमी आने का अनुमान है।
रंगदारी के लिए हो चुका है हमला
पुलिस सूत्रों के अनुसार उसके पास सिर्फ हरियाणा के अंदर ही शराब बिक्री का लाइसेंस मिला था, मगर वह अवैध रूप से बिहार के कई जिलों में शराब की सप्लाई करता था। पिछले दिनों उससे रंगदारी भी मांगी गई थी। रंगदारी नहीं देने पर उस पर हमला भी हो चुका है। उसे दो बॉडीगार्ड भी मिले थे।
हरियाणा का दबंग शराब कारोबारी है अजीत
पानीपत जिले में खलीला गांव है। अजित खलीला यहीं के रहने वाले रूपचंद खलीला का बेटा है। अजीत हरियाणा का दबंग शराब कारोबारी में शुमार है। उसकी आधा दर्जन से अधिक शराब की दुकानें भी हैं। इसे हरियाणा सरकार से शराब के कारोबार के लिए लेवल-1 का लाइसेंस मिला हुआ है। पिछले कई सालों से इस धंधे में है। कारोबार करने की अनुमति इसके पास सिर्फ हरियाणा के अंदर की है। लेकिन, लंबे वक्त से यह शराबबंदी वाले राज्य बिहार में शराब की सप्लाई करता आ रहा है। हर महीने में यह 20 ट्रक शराब बिहार भेजा करता था। शराब से भरे ट्रक की एक खेप की कीमत करीब 16 लाख रुपए होती है। पिछले एक साल में यह 38 करोड़ रुपए से अधिक की शराब बिहार भेज चुका है।
ऐसे सामने आया अजित खलीला का नाम
बता दें बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट में कुछ महीने पहले मद्य निषेध और स्थानीय पुलिस की टीम ने छापेमारी कर हरियाणा से आई एक ट्रक शराब जब्त करने के साथ ही उसके ड्राइवर और खलासी को पकड़ा था। इन दोनों ने पूछताछ में हरियाणा के ही रहने वाले लेवल-2 के शराब ठेकेदार उपेंद्र उर्फ भूपी और अजित खलीला का नाम लिया था। मामले की जांच करते हुए टीम ने चंद महीने पहले ही उपेंद्र उर्फ भूपी को गिरफ्तार किया था। फिर उसने पूछताछ में बिहार पुलिस को बताया था कि वह पहले लेवल-1 का ठेकेदार हुआ करता था। बाद में उसे लेवल-2 का लाइसेंस मिला। इसके बाद उसने अजित खलीला से शराब लेना शुरू किया। दोनों मिलकर बिहार में शराब की सप्लाई अवैध रूप से किया करते थे। इन बयानों के आधार पर ही बिहार पुलिस की टीम शराब माफिया की गिरफ्तारी का वारंट कोर्ट से हासिल कर पाई।

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