December 8, 2025

डॉ जगदीश शर्मा ने दिया बड़ा बयान, कहा-एनडीए पूरी तरह से एकजुट,नीतीश कुमार ही होंगे सीएम

पटना।बिहार के कद्दावर राजनेता तथा जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ जगदीश शर्मा ने कहा है कि बिहार में अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोई विकल्प नहीं है।इस बार भी बिहार की जनता बिहार का ‘तख्तोताज’ नीतीश कुमार के सिर पर ही रखने जा रही है।उन्होंने कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए पूरी तरह से एकजुट है।लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के बयान पर जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ जगदीश शर्मा ने कहा कि लोजपा किसी भी सूरत में राजग छोड़ने नहीं जा रही है।उन्होंने कहा कि समय-समय पर गठबंधन के सभी दलों के द्वारा अलग विचारधारा का प्रकटीकरण अलग बात है।मगर आगामी विधानसभा चुनाव में राजग के सभी घटक दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे।उन्होंने कहा कि एनडीए के तरफ से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है।उन्होंने साफ-साफ बताया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व पर पूरा राजग एकजुट है। जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉक्टर जगदीश शर्मा ने कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं है की राजद-कांग्रेस के 15 वर्षों के शासन के उपरांत जब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने तो प्रदेश में विकास की धारा बहने आरंभ हुई।उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर नीतीश कुमार के 15 वर्षों के शासनकाल में राज्य का कई मायनों में विकास हुआ है।उन्होंने कहा कि सड़कें,सिंचाई,ग्रामीण आधारभूत संरचना, बिजली आदि सभी क्षेत्रों में बेहतरीन तुलनात्मक विकास हुआ है।उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम है विरोध करना विपक्ष विरोध करता रह जाएगा।मगर बिहार की जनता भली-भांति जानती हैं की भय किससे है तथा भरोसा किस पर करना है। उन्होंने नीतीश कुमार के पूर्ववर्ती लालू- राबड़ी काल के चर्चा करते हुए कहा है की वे स्वयं मगध के रहने वाले हैं तथा बेहतर तरीके से इस बात को समझ सकते हैं की कहां वह नरसंहार का दौर तथा कहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में मिली सुशासन। उन्होंने कहा कि बिहार के जनता भली-भांति समझ चुकी है की राज्य के विकास की गति अगर बनाए रखनी है।तो सत्ता फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही देनी होगी।उल्लेखनीय है कि डॉ जगदीश शर्मा वर्ष 1977 से 2009 तक लगातार घोसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं। 2009 में उन्होंने जदयू के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीता था।2013 में सजायाफ्ता होने के कारण वे चुनाव नहीं लड़ सके।

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