पालीगंज, बख्तियारपुर व फतुहा में वेतन नहीं मिलने से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने किया अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार, मरीज परेशान

पालीगंज। प्रखंड सह अनुमंडल में संचालित अनुमंडल अस्पताल में पिछले कई माह से वेतन नहीं मिलने से नाराज स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन कार्य का बहिष्कार कर दिये। जिससे इलाज के लिये अस्पताल में पहुंचे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्राप्त सूचना के अनुसार राज्य सरकार द्वारा बीते तीन से आठ माह तक स्वास्थ्यकर्मियों को वेतन भुगतान नहीं किया गया। जिससे नाराज पालीगंज अनुमंडल अस्पताल के सभी नियमित स्वास्थ्यकर्मी सोमवार से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले गये। जिससे मरीजों को रजिस्ट्रेशन, दवा वितरण कार्य के साथ जांच कार्य कार्य बाधित रहा। वहीं कई विभागों में तालाबंदी कर सभी स्वास्थ्यकर्मी धरने पर बैठ गये। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों ने ओपीडी को भी बंद करवा दिया। जिस कारण मजबूर डॉक्टर ओपीडी छोड़कर कर चले गये। अनुमंडलीय अस्पताल में इस प्रकार हुये कार्य बहिष्कार से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। काफी संख्या में मरीज इधर-उधर भटकते हुए परेशान नजर आये। वहीं कुछ देर बाद उपाधीक्षक आभा सिन्हा व प्रबंधक केके सिंह के पहल पर डॉक्टर फिर से मरीजों के देखने लगे परन्तु दवा उन्हें नही मिली। इस दौरान बदुरी गांव निवासी शर्मिला देवी ने बताया कि डॉक्टर भी ओपीडी में नहीं बैठे जबकि दरियापुर गांव निवासी धीरज कुमार ने बताया कि सुबह में डॉक्टर थे। जिनसे इलाज करवाने के बाद दवा लेने गये तो काउंटर बंद मिला। वहीं स्वास्थ्यकर्मी गेट के समीप धरने पर बैठ गये। जिस कारण दवा नहीं मिल सकी। इस प्रकार सैकड़ों मरीज काफी परेशान नजर आये। धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों का नेतृत्व करते बिहार चिकित्सा जन स्वास्थ्यकर्मी संघ के अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि दुर्गापूजा तथा दीपावली जैसे महान पर्व आ रही है। जब हमलोगों को वेतन नहीं मिलेगी तो परिवार के अन्य सदस्यों की खुशी धीरे-धीरे समाप्त हो जायेगी। मौके पर एएनएम कांति सिंह, सुषमा कुमारी, रीता कुमारी, नोरो टोपो, उषा कुमारी, नूतन कुमारी तथा संगीता कुमारी के अलावे अन्य पुरुष स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।

बख्तियारपुर : प्रखंड अंतर्गत पीएचसी में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों बकाये वेतन भुगतान को लेकर धरना दिया। धरना को लेकर आकस्मिक स्वास्थ्य सेवा को छोड़कर सभी प्रकार के कार्य बाधित रहे। मौके पर धरनास्थल पर पहुंचे जन स्वास्थ्य सेवा संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह ने बताया कि पिछले पंद्रह माह से वेतन भुगतान नहीं होने के कारण इन सबों के परिवारों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। उन्होंने बताया कि तमाम प्रयास के बाबजूद वेतन का भुगतान नहीं होने के कारण स्वास्थयकर्मी धरना पर बैठने को विवश हुये। वहीं धरनार्थियों ने बताया कि बकाये वेतन के भुगतान तक हम सभी का धरना जारी रहेगा।

फतुहा: प्रखंड अंतर्गत अस्पताल में पिछले नौ से दस माह के वेतन व मानदेय भुगतान न होने पर आक्रोशित स्वास्थ्यकर्मियों सोमवार को अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा करते सरकार विरोधी नारे लगाये। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों अपने आप को सरकारी कार्य से वंचित रखा। मौके पर बिहार चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रखंड सचिव कल्पना सिंह ने बताया कि आशा कार्यकर्ता, ममता कार्यकर्ता, कोरियर कर्मचारी तथा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को पिछले नौ से दस माह के वेतन व मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है जिस कारण हमलोगों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। उन्होंने सरकार से यथाशीघ्र वेतन भुगतान करने की मांग की। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा किए गए कार्य बहिष्कार से अस्पताल की आपातकालिन सेवा तथा ओपीडी बिल्कुल ठप्प पड़ गयी। लेकिन कुछ हीं देर बाद चिकित्सा प्रभारी डॉ. अनिल कुमार प्रभात ओपीडी तथा आपातकालिन सेवा को बहाल कर दिया तथा खुद ओपीडी चलाते दिखे। मौके पर स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह, स्वास्थय कर्मी मो. लुकमान, सविता कुमारी, रंजना कुमारी, आशा सिन्हा, प्रेमलता सिन्हा, लखन प्रसाद सहित कई लोग उपस्थित थे।

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