December 31, 2025

सरकारी आदेश के तहत खाली हुआ राबड़ी देवी का बंगला, इसमें मुद्दा बनाने वाली कोई बात नहीं: अशोक चौधरी

पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी बंगले को लेकर चर्चा तेज हो गई है। हाल ही में सरकारी आदेश के तहत राबड़ी देवी का बंगला खाली कराए जाने के बाद विपक्ष, खासकर भाजपा की ओर से सवाल उठाए गए। इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने साफ शब्दों में कहा कि इस पूरे मामले में कोई भी मुद्दा बनाने लायक बात नहीं है और इसे बेवजह राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।
सरकारी आदेश के तहत हुई कार्रवाई
अशोक चौधरी ने स्पष्ट किया कि राबड़ी देवी जिस सरकारी आवास में रह रही थीं, वह नियमों के अनुसार खाली किया गया है। उन्होंने कहा कि यह कोई असामान्य या छुपी हुई कार्रवाई नहीं है, बल्कि सरकार के आदेश के तहत एक सामान्य प्रक्रिया है। लंबे समय तक सरकारी पद पर रहने के बाद कई नेता सरकारी आवासों में रहते हैं, लेकिन एक समय के बाद उन्हें अपनी सुविधा के अनुसार वह आवास खाली करना ही पड़ता है। इस मामले को लेकर अनावश्यक सवाल खड़े करना सही नहीं है।
रात में बंगला खाली होने पर सफाई
बंगला रात के समय खाली किए जाने को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं सामने आईं। इस पर अशोक चौधरी ने कहा कि रात में सामान शिफ्ट करने के पीछे कोई गलत मंशा नहीं थी। संभव है कि बड़े वाहनों के आने-जाने से दिन में ट्रैफिक बाधित हो सकता था, इसलिए प्रशासन ने रात का समय चुना हो। उन्होंने कहा कि इसमें रहस्य खोजने या इसे संदेह की नजर से देखने की कोई जरूरत नहीं है। अशोक चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे सामान्य प्रशासनिक फैसलों को राजनीतिक मुद्दा बनाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार नियमों और प्रक्रियाओं के तहत काम करती है, लेकिन विपक्ष हर बात में राजनीति तलाशता है। इससे जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकता है, जो सही नहीं है।
जदयू सदस्यता अभियान की जानकारी
इस अवसर पर अशोक चौधरी ने जनता दल यूनाइटेड के चल रहे सदस्यता अभियान पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही इस अभियान की शुरुआत कर दी है और अब इसे पूरे राज्य में तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। पार्टी से जुड़े लोगों के माध्यम से नए सदस्यों को जोड़ने का काम किया जा रहा है, ताकि संगठन को और मजबूत बनाया जा सके।
15 जनवरी तक चलेगा अभियान
अशोक चौधरी ने बताया कि जदयू का सदस्यता अभियान 15 जनवरी तक चलेगा। उसी दिन तक सभी नए सदस्यों के फॉर्म जमा किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। जो लोग हाल ही में पार्टी से जुड़े हैं, वे भी आगे बढ़कर नए सदस्यों को जोड़ने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
नए लोगों को दिलाई गई सदस्यता
अपने आवास पर आयोजित सदस्यता कार्यक्रम के दौरान अशोक चौधरी ने नागरिक परिषद के महासचिव छोटू सिंह सहित कई अन्य लोगों को जदयू की सदस्यता दिलाई। उन्होंने कहा कि पार्टी का उद्देश्य हर वर्ग और क्षेत्र से लोगों को जोड़ना है, ताकि संगठन की जड़ें और मजबूत हों। सदस्यता अभियान को जमीनी स्तर तक ले जाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
एनडीए के जनादेश पर भरोसा
अशोक चौधरी ने दावा किया कि एनडीए को जो जनादेश मिला है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति लोगों में जो भरोसा और उत्साह है, उसी का असर सदस्यता अभियान में भी दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जदयू से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इस बार लक्ष्य है कि पिछले साल की तुलना में दोगुनी या तिगुनी संख्या में सदस्य बनाए जाएं।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा
पत्रकारों के सवालों के जवाब में अशोक चौधरी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित अत्याचार के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति या समुदाय को जाति या धर्म के आधार पर प्रताड़ित करना पूरी तरह गलत है। यह केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि एक मानवीय मुद्दा है, जिस पर पूरी दुनिया को गंभीरता से सोचना चाहिए।
मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय भूमिका
उन्होंने कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। इस दिशा में संयुक्त राष्ट्र को भी सख्त रुख अपनाना चाहिए। साथ ही भारत सरकार को भी इस मामले में हस्तक्षेप कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रखनी चाहिए, ताकि किसी भी देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन न हो। अशोक चौधरी ने राबड़ी देवी के बंगला खाली किए जाने के मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करते हुए इसे एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा कि इसे राजनीतिक विवाद बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है। साथ ही जदयू के सदस्यता अभियान और एनडीए की मजबूती पर भरोसा जताते हुए उन्होंने यह संकेत दिया कि सत्तारूढ़ गठबंधन संगठनात्मक स्तर पर खुद को और मजबूत करने में जुटा हुआ है।

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