December 5, 2025

उत्तराखंड में दर्दनाक हादसा, बारातियों से भरी गाड़ी खाई में गिरी, पांच की मौके पर मौत

लोहाघाट। उत्तराखंड के लोहाघाट क्षेत्र में शुक्रवार तड़के एक हृदयविदारक सड़क दुर्घटना हुई, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डूबा दिया। बारातियों से भरी एक बोलेरो कार अचानक अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना भयावह था कि वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और घायलों व मृतकों को निकालने के लिए पुलिस व एसडीआरएफ को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
बारात लौटते समय हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, यह बारात चम्पावत जिले के पाटी ब्लॉक के बालातड़ी गांव से वापस गणाई गंगोली के सेराघाट जा रही थी। विवाह समारोह चार दिसंबर को संपन्न हुआ था और लौटते समय बाराकोट के पास बागधार क्षेत्र में बोलेरो वाहन दुर्घटना का शिकार हो गया। यह दुर्घटना राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई, जहां सड़क किनारे गहरी खाई होने से अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। हादसा किन परिस्थितियों में हुआ, इसका स्पष्ट कारण अभी सामने नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन वाहन के अनियंत्रित होने या सड़क की स्थिति को संभावित कारण मानकर जांच कर रहा है।
पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
सुबह तड़के हादसे की सूचना मिलते ही लोहाघाट पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। खाई की गहराई और रास्ते की दुर्गमता के कारण रेस्क्यू अभियान चुनौतीपूर्ण रहा। टीम ने रस्सियों और उपकरणों की मदद से पहले घायलों को निकाला और उन्हें तुरंत लोहाघाट उप जिला अस्पताल पहुंचाया। पांचों मृतकों के शव भी कठिन प्रयासों के बाद खाई से बाहर निकाले गए। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में सहयोग किया।
मृतकों की पहचान और परिवारों में मातम
इस हादसे में जिन पांच लोगों की मौत हुई, उनकी पहचान इस प्रकार है—
प्रकाश चंद उनियाल (40) निवासी सुभाषनगर रुद्रपुर,
केवल चंद्र उनियाल (35),
सुरेश नौटियाल (32),
भावना चौबे (28),
और भावना का बेटा प्रियांशु चौबे (6)
इनमें से कुछ लोग रुद्रपुर से बारात में शामिल होने आए थे, जबकि कुछ लोग गणाई गंगोली के निवासी थे। घटना के बाद उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे इलाके में शोक का वातावरण बना हुआ है।
घायलों की स्थिति और उपचार
दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए पांच लोगों में चालक देवीदत्त पांडेय (38) शामिल हैं, जो अल्मोड़ा के सेराघाट निवासी हैं। इनके अलावा धीरज उनियाल (12), राजेश जोशी (14), चेतन चौबे (5) और भास्कर पंडा भी घायल हुए हैं। अस्पताल सूत्रों का कहना है कि कुछ घायलों की स्थिति गंभीर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए अन्य अस्पतालों में रेफर किया जा सकता है।
दुर्घटना का कारण—रहस्य बरकरार
अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि वाहन खाई में कैसे गिरा। पहाड़ी इलाकों में सड़कों की जटिल संरचना, तेज मोड़, ढलान और अंधेरे में कम दृश्यता अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। इसके अलावा ड्राइवर की थकान या वाहन में तकनीकी खराबी की संभावना भी जांच का हिस्सा है। जिला प्रशासन ने घटना की पूरी जांच के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि इस मार्ग पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाया जाए, जैसे कि मजबूत बैरियर, चेतावनी संकेत और बेहतर सड़क प्रकाश व्यवस्था।
समुदाय में शोक और पहाड़ी सड़कों की चुनौती
यह दुर्घटना पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा की गंभीर चुनौती को एक बार फिर सामने लाती है। बार-बार होने वाली ऐसी दुर्घटनाएं प्रशासन और सरकार के लिए चिंता का विषय हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब तक सड़क किनारे सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था नहीं होगी, तब तक हादसों पर रोक लगाना मुश्किल है। दुर्घटना ने न केवल कई परिवारों को शोक से भर दिया है, बल्कि एक खुशहाल विवाह समारोह भी मातम में बदल गया। बारात की खुशी का माहौल अचानक भारी त्रासदी में बदल जाना पूरे क्षेत्र के लिए गहरा सदमा है।

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