December 3, 2025

पटना में आज से चलेगा विशेष अतिक्रमण अभियान, सरकार का बुलडोजर तैयार, बड़े पैमाने पर होगी कार्रवाई

पटना। अतिक्रमण को लेकर प्रशासन ने बड़ा और कड़ा कदम उठाया है। सोमवार से पूरे शहर में विशेष अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू हो गया है। यह अभियान न केवल नगर निगम क्षेत्रों तक सीमित रहेगा, बल्कि आसपास के नगर परिषद क्षेत्रों को भी इसके दायरे में शामिल किया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार की कार्रवाई व्यापक, चरणबद्ध और परिणाम-आधारित होगी।
शहर के सभी अंचल अभियान की सीमा में
पटना नगर निगम के छहों अंचल – नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बांकीपुर, अजीमाबाद और पटना सिटी – कार्रवाई के मुख्य क्षेत्र होंगे। इनके अलावा खगौल, फुलवारीशरीफ और दानापुर निज़ामत नगर परिषदों को भी अभियान में शामिल किया गया है। इसका अर्थ है कि पटना के बड़े हिस्से में अगले कई दिनों तक अतिक्रमण हटाने की गतिविधियां होंगी। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन और एसएसपी ने दिसंबर महीने का पूरा अभियान कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके साथ ही 9 विशेष टीमों का गठन भी किया गया है, जिन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में नियुक्त किया गया है।
अभियान में कई विभागों की संयुक्त भागीदारी
यह अभियान अलग-अलग विभागों की संयुक्त जिम्मेदारी होगा। इसमें प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, ट्रैफिक विभाग, पथ निर्माण, स्वास्थ्य, परिवहन, अग्निशमन, विद्युत, दूरसंचार और पुल निर्माण निगम सहित कई विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहेंगे। इतने बड़े पैमाने पर विभिन्न विभागों को साथ लाना इस बात का संकेत है कि प्रशासन इस बार अतिक्रमण हटाने को लेकर पूरी गंभीरता से काम कर रहा है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी प्रकार की ढिलाई, देरी या व्यवधान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुनः अतिक्रमण करने वालों पर दर्ज होगी प्राथमिकी
प्रशासन ने यह भी कहा है कि जिन लोगों की पहचान आदतन अतिक्रमणकारियों के रूप में होगी, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति दोबारा अतिक्रमण करता है, तो उस पर सीधे प्राथमिकी दर्ज होगी। यह कदम उन लोगों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है जो बार-बार फुटपाथ, सड़क और सार्वजनिक जगहों पर कब्जा जमा लेते हैं। इसके साथ ही यातायात पुलिस को वाहन चेकिंग अभियान भी चलाने का निर्देश दिया गया है, ताकि सड़क किनारे अवैध पार्किंग पर भी नियंत्रण हो सके।
अतिक्रमण पटना की सबसे बड़ी समस्या
पटना में अतिक्रमण लंबे समय से एक बड़ी समस्या बना हुआ है। अवैध दुकानें, सड़क किनारे लगी गुमटियां, अवैध पार्किंग और अस्थायी निर्माण के कारण सड़कें संकरी हो जाती हैं। इससे न केवल जाम बढ़ता है, बल्कि आम लोगों की आवाजाही पर भी असर पड़ता है। जिलाधिकारी का कहना है कि अतिक्रमण पटना की नागरिक समस्याओं में सबसे बड़ी वजह है, इसलिए अब कोई समझौता नहीं किया जाएगा। प्रत्येक टीम में दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी, महिला बल और लाठी बल को शामिल किया गया है ताकि कार्रवाई के दौरान किसी तरह की समस्या न आए।
इन प्रमुख इलाकों में होगी सघन कार्रवाई
अभियान के दौरान कई ऐसे स्थानों को प्राथमिकता दी गई है जहां अतिक्रमण और जाम की समस्या सबसे अधिक है। इनमें गांधी मैदान, जीपीओ से पटना जंक्शन गोलंबर तक का रास्ता, बोरिंग रोड चौराहा, राजापुर पुल सब्जी मंडी, कंकड़बाग कॉलोनी से चिरैयाटांड़ पुल, करबिगहिया, हथुआ मार्केट, बैरिया बस स्टैंड, पहाड़ी जीरो माइल और मेट्रो स्टेशन क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा हरमंदिर साहिब, गुरुद्वारा बाललीला, कंगनघाट, गुरु के बाग, नेहरू पथ, बोरिंग कैनाल रोड, राजेंद्र नगर टर्मिनल, जेपी गंगा पथ, अटल पथ, डाकबंगला चौराहा, राजा बाजार, कारगिल चौक से एनआईटी तक और सगुना मोड़ जैसे क्षेत्र भी इस सूची में शामिल हैं। इन स्थानों को अत्यावश्यक जोन में इसलिए रखा गया है क्योंकि यहां अतिक्रमण से लगातार जाम और अव्यवस्था की स्थिति बनी रहती है। पटना में शुरू हुआ यह विशेष अतिक्रमण अभियान आने वाले दिनों में शहर के परिवहन, यातायात और सार्वजनिक व्यवस्था को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बार की कार्रवाई केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि परिणाम देने वाली होगी। यदि सभी विभाग मिलकर इसे प्रभावी तरीके से लागू करते हैं, तो पटना एक अधिक व्यवस्थित और सुगम शहर बनने की दिशा में बड़ा कदम उठा सकता है।

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