असम में भूकंप के झटको से हिली धरती, रिक्टर स्केल पर पांच की तीव्रता, क्षति की आशंका

दिसपुर। गुरुवार की सुबह असम में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5 मापी गई। इसका केंद्र असम के मोरीगांव जिले में था, हालांकि इसकी सटीक स्थिति की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। भूकंप सुबह 2:25 बजे आया, जिसकी गहराई 16 किलोमीटर थी।
गुवाहाटी और शिलांग में भी महसूस हुए झटके
मोरीगांव के अलावा, गुवाहाटी, शिलांग और असम के अन्य हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। झटके इतने तेज थे कि लोग डर के कारण अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है। विशेषज्ञों के अनुसार, रिक्टर स्केल पर 5 तीव्रता का भूकंप मध्यम श्रेणी का होता है, जिसमें हल्के नुकसान की संभावना रहती है। आमतौर पर, इस स्तर के भूकंप में घरों के अंदर रखी वस्तुएं हिलने लगती हैं और कंपन महसूस होता है।
इससे पहले भी आए थे झटके
असम में इससे पहले भी कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। जनवरी में भी यहां 4.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र म्यांमार में था और गहराई 106 किलोमीटर थी। हालांकि, तब नुकसान की कोई खबर नहीं आई थी, लेकिन लोगों में दहशत का माहौल बन गया था। असम, पूर्वोत्तर भारत का एक ऐसा क्षेत्र है, जहां भूकंप की घटनाएं अक्सर देखी जाती हैं, क्योंकि यह क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेट्स की सक्रियता के कारण भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है।
दिल्ली-एनसीआर में भी आए थे झटके
इससे पहले 17 फरवरी को दिल्ली-एनसीआर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप सुबह 5:36 बजे आया था, जिसकी तीव्रता 4 मापी गई थी और इसकी गहराई मात्र 5 किलोमीटर थी। इस भूकंप का केंद्र दिल्ली के धौला कुआं क्षेत्र में था। इस घटना में किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली थी, लेकिन हल्की कंपन के कारण लोग जाग गए थे और कुछ देर के लिए दहशत का माहौल बन गया था।
भूकंप से बचाव के उपाय
भूकंप प्राकृतिक आपदा है, जिसे रोका नहीं जा सकता, लेकिन इससे बचाव के उपाय अपनाए जा सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप के दौरान घबराने के बजाय सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए। खुले स्थानों पर जाने की कोशिश करें और बिल्डिंग, खंभों और पेड़ों से दूर रहें। घर या ऑफिस में हों तो किसी मजबूत टेबल या दीवार के पास सिर ढककर बैठें और झटके खत्म होने का इंतजार करें।
सरकार की अपील
भूकंप के बाद असम प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीम तैयार है। हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन इलाके में निगरानी रखी जा रही है। असम जैसे भूकंप संभावित क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि भविष्य में और भी मजबूत झटके आ सकते हैं, इसलिए लोगों को हमेशा सतर्क और तैयार रहना चाहिए।
