November 28, 2025

ममता बनर्जी बताएं कि आखिर उन्हें भारतीयों से इतनी नफरत क्यों : जीतनराम मांझी

  • जय शाह पर सियासी हमले पर मांझी ने किया बचाव, टीएमसी के साथ विपक्षी पार्टियों पर किया जुबानी हमला

पटना। केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने ममता बनर्जी से सवाल किया कि आखिर ममता दीदी को भारतीयों से इतनी नफरत क्यों है। जीतराम मांझी का यह हमला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष बनने की खबरों के बाद आया है। जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने को कई विपक्षी दलों ने इसे भाजपा के भाई-भतीजावाद का रूप बताया है। खासकर जय शाह जो पहले बीसीसीआई के सचिव थे और अब आईसीसी के अध्यक्ष होंगे तो इसे विपक्षी दलों ने अमित शाह के अपने बेटे को क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था में सेट करने का कथित आरोप लगाया है। अब इसी को लेकर जीतनराम मांझी ने ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोला और जय शाह को देश की शान बताया है। सोशल मीडिया पर किए एक पोस्ट में मांझी ने लिखा ममता दीदी को आखिर भारतीयों से इतनी नफ़रत क्यों है? यह तो गर्व की बात है कि मां भारती का कोई सपूत इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष बना हो। बधाई हो जय शाह जी,आप देश की शान है। वैसे मैं दीदी को बता दूं कि “गीदड़ के हूंकार भरने से शेर नहीं डरा करतें। ममता बनर्जी ने जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने पर अमित शाह पर तंज कसा और सोशल मीडिया पर लिखा बधाई हो, केंद्रीय गृह मंत्री!! आपका बेटा राजनेता नहीं बना है, लेकिन आईसीसी चेयरमैन बन गया है। एक ऐसा पद जो अधिकांश राजनेताओं के पद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। आपका बेटा वास्तव में बहुत शक्तिशाली बन गया है और मैं आपको उसकी इस सबसे बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देती हूं! बधाई। ममता के इसी तंज पर अब अमित शाह का बचाव करने और जय शाह को देश की शान बताते हुए जीतनराम मांझी ने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया। यहां तक कि ममता के तंज की तुलना उन्होंने गीदड़ से करते हुए – ‘गीदड़ के हूंकार भरने से शेर नहीं डरा करते’ कहा। जय शाह ने 35 साल की उम्र में आईसीसी के सबसे कम उम्र के चेयरमैन बनकर इतिहास रच दिया है। वह दिसंबर में ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे। क्रिकेट की दुनिया में शाह का उदय उल्लेखनीय है, उन्होंने भारत के शक्तिशाली गृह मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी अमित शाह के बेटे के रूप में शुरुआत की। क्रिकेट प्रशासन में उनका सफर 2013 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के संयुक्त सचिव के रूप में उनकी भूमिका से शुरू हुआ। उनकी देखरेख में अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण शुरू हुआ। शाह 2019 में बीसीसीआई सचिव बने, उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग के उल्लेखनीय विकास की देखरेख की। 2022 में आईपीएल के प्रसारण अधिकार रिकॉर्ड 6.2 बिलियन डॉलर में बेचे गए, जिससे लीग की वैश्विक चर्चा हुई। बीसीसीआई में उनके कार्यकाल में 2023 में महिला प्रीमियर लीग की स्थापना सहित कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं।

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