राजद की महिला विधायक पर भड़के नीतीश, कहा- इन सब को आगे हमने बढ़ाया, और यह आज हमें सुना रही

- सदन में सीएम बोले, जाकर अपनी पार्टी में पूछिए, पहले बोलने को मिलता था, आप नहीं सुनेंगे लेकिन हम तो सुनाएंगे
पटना। बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत होते ही सदन में विपक्ष के विधायकों ने केंद्र सरकार के बजट को लेकर प्रदर्शन करते हुए जबरदस्त हंगामा किया। इस दौरान आज एक बार फिर सदन में बैठे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद की एक महिला विधायक पर भड़क पड़े। बताया जा रहा है कि जब विपक्ष के विधायक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे तब नीतीश काफी गुस्से में दिखाई दिए और अपने स्थान से उठकर उन्होंने कहा कि आप लोग क्या प्रदर्शन कर रहे हैं, आप लोगों को कुछ पता नहीं, अपनी पार्टी में जाकर पूछिए आप लोगों की कितना इज्जत है। सीएम नीतीश मसौढ़ी से राजद विधायक रेखा देवी को फटकार लगाते हुए कहा कि महिला हो, समझती नहीं हो, इन लोगों ने महिलाओं को कभी आगे बढ़ने नहीं दिया। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि- अरे महिला हो कुछ जानती नहीं हो आज महिला होकर बोल रही हो राजद के समय कभी किसी महिला को बोलने की इजाजत थी। कभी वो लोग किसी महिला को आगे बढ़ाए थे। 2005 के बाद हमने महिला को बढ़ाया।आज बोल रही हो फालतू। इस लिए कह रहे हैं सुनो अरे क्या हुआ हम जो कह रहे है उसको सुनो, क्या हुआ सुनोगे नहीं ? हम तो सुनाएंगे। अगर आप हमारी बातों को नहीं सुनते हैं तो यह आपकी गलती है यह लोग जो वह हल्ला कर रहे हैं इन लोगों ने महिला के लिए कभी कोई काम किया है पूरा बिहार जानता है कि हमने महिलाओं के लिए कितना काम किया है और कितना काम कर रहे हैं आप लोगों को कुछ पता नहीं आप लोग केवल बेकार मतलब में प्रदर्शन कर रहे हैं अगर आप लोग बैठकर हम लोगों की बात आराम से सुनिएगा तभी ना आप लोगों को समझ में आएगा लेकिन आप लोग सुना नहीं चाहते हैं लेकिन हम आपको सुनाकर रहेंगे। नीतीश यही नहीं रुके उन्होंने लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल के ऊपर भी विधानसभा से कई हमले किए। यह लोग विकास की बात करते हैं जब इन लोगों की सरकार थी तो क्या हालत हुआ था बिहार का यह किसी से छुपा हुआ है जी और आज यह लोग हम लोगों के खिलाफ बोल रहे हैं आपको कुछ नहीं बोलना चाहिए आप लोगों ने ऐसा कुछ नहीं किया लेकिन आप लोग सुनने को तैयार नहीं है।
हमने सभी पार्टियों की मीटिंग बुलाकर जातीय जनगणना का प्रस्ताव रखा: सीएम नीतीश
जब विपक्ष बिहार के जातीय जनगणना को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा था तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक अपनी कुर्सी से उठे और उन्होंने कहा कि आप लोगों को पता है ना जब हम आप लोगों के साथ थे तब भी हमने इस मामले में सभी पार्टियों की मीटिंग बुलाकर एक-एक चीज को अच्छे से कर दिया था। यह मेरी इच्छा थी कि बिहार में जाति आधारित गणना होनी चाहिए जिससे समाज के हर जाति वर्ग के लोगों की सामाजिक और आर्थिक जानकारी सरकार के पास पहुंच सके और आप सभी में इस मामले में अपनी सहमति बनाई थी जब हम आप लोगों के साथ में थे लेकिन आज आप लोग इसी मामले में प्रदर्शन कर रहे हैं यह कितनी में निराशाजनक बात है। हमने एक-एक चीज को ध्यान में रखते हुए सरकार के माध्यम से सभी चीजों को करवा दिया है और केंद्र की ओर से भी हम लोगों को पूरा समर्थन और सहयोग है और आगे चलकर एक-एक चीज का काम अच्छे से होगा।
हाईकोर्ट ने जातीय जनगणना रोकी तो तुरंत सुप्रीम कोर्ट गए
नीतीश ने जाति जनगणना को लेकर आगे जानकारी देते हुए बताया कि हम लोगों ने जाति आधारित जनगणना के साथ आर्थिक सर्वेक्षण करने का भी निर्णय लिया इसके बाद 94 लाख से अधिक गरीब परिवारों को हमने आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। वहीं इसके साथ-साथ हमने केंद्र सरकार से भी आग्रह किया है कि हमारे द्वारा किए गए जाति आधारित जनगणना को संविधान के 9वी अनुसूची में शामिल किया जाए लेकिन उधर सुप्रीम कोर्ट ने हमारे द्वारा किए गए जाति आधारित जनगणना पर रोक लगा दी लेकिन हम लोगों ने तत्काल राज्य सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में उसके खिलाफ याचिका दायर की और अभी उसके संबंध में सुनवाई चल रही हैं। जब हम लोगों को बिहार के लिए काम करने का मौका मिला है तब से लेकर आज तक हम लोगों ने एक-एक चीज को लेकर अच्छे से काम किया है और आगे भी करते रहेंगे आप लोगों का क्या है भूल गए जब आप लोग हमारे साथ थे हम लोगों ने आप लोगों को कितना आगे बढ़ाया लेकिन आप लोग कोई काम नहीं कर रहे थे तब हम लोगों ने आपको छोड़ दिया। आप सभी विपक्ष के लोगों ने हमारा समर्थन किया था जाति आधारित जनगणना को लेकर लेकिन आज आप लोग सदन की कार्यवाही को बाधित कर यहां प्रदर्शन कर रहे हैं प्रदर्शन मत कीजिए अगर प्रदर्शन करना है तो बाहर जाकर कीजिए यहां केवल सरकार का कामकाज होता है।
कांग्रेस पर भी सीएम का हमला, जब साथ में थे तो हमारी कोई बात माने थे आप लोग
इस दौरान सदन में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप लोग क्या बोलते हैं आप लोग सही से बोलिए आप लोगों को कोई आईडिया था कि आगे क्या करना है। जब हम लोगों ने इन लोगों का साथ छोड़कर आप लोगों के साथ गए तो एक-एक चीज को सही किया लेकिन आपने हमारी कोई बात नहीं मानी उसे वक्त तो आपकी सरकार थी लेकिन फिर भी आप लोगों ने बिहार के लिए कोई मदद नहीं किया और आज आप लोग प्रदर्शन की बात करते हैं। इस दौरान इंडिया गठबंधन के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इन लोगों को कुछ पता था कि आगे क्या करना है जब हम साथ हुए सभी पार्टियों को एक किया तो हमने एक-एक चीज को बताया कि कैसे क्या करना है लेकिन लोगों ने हमारी कोई बात नहीं मानी तो हम लोगों ने इनका साथ छोड़कर तब हम लोग अपने पुराने साथियों के पास वापस आ गए हैं और अब बिहार और देश का विकास अच्छे ढंग से हो रहा है।
