नीट धांधली मामले में 2 जुलाई को होगी आरोपियों की जमानत पर सुनवाई, ईओयू ने तेज की जांच

पटना। नीट पेपर लीक के चार आरोपियों की जमानत पर आज पटना के सीजेएम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने जांच एजेंसी से ऑर्डर पेपर मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 2 जुलाई को होगी। वहीं मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के अग्रिम बेल पर 15 जुलाई को सुनवाई होगी। इसके पहले यह सुनवाई 21 जून को हुई थी। उस दिन कोर्ट ने केस डायरी पेश करने का आदेश देते हुए सुनवाई का डेट 25 जून दिया था। वहीं पटना एसएसपी राजीव मिश्रा मंगलवार को पटना में सीबीआई ऑफिस पहुंचे। जहां पर सीबीआई के अधिकारियों के साथ मामले को लेकर मीटिंग हुई है। इधर, बिहार में ईओयू की जांच में भी कई खुलासे हुए हैं। जांच में यह बात सामने आई है कि बैंक से सेंटर पहुंचने के दौरान पेपर लीक किया गया। उसके बाद झारखंड में ही सॉल्व कराकर कई राज्यों में भेजा गया। यही नहीं जिस ओएसिस स्कूल से पर्चा लीक होने की बात सामने आई थी। वहां भी खुद खुलने वाले डिजिटल लॉक को कटर से काटकर खोला गया था। जांच एजेंसी को शक है कि लॉकर को पहले ही खोल दिया गया, जिसकी वह से उसे काटना पड़ा। जिस पॉली बैग में प्रश्नपत्र पैक था, उसे नीचे से काटा गया और फिर ग्लू से चिपकाया गया था। पेपर के कूरियर और ट्रांसपोर्टेशन का जिम्मा ब्लूडार्ट कूरियर कंपनी को दिया गया था। गुजरात के अहमदाबाद से ब्लूडार्ट कंपनी ने पेपर रांची भेजा। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की तरफ से दिए गए नियमों के हिसाब से प्रश्नपत्र को सीधे रांची से हजारीबाग के जुलू पार्क स्थित एसबीआई बैंक भेजा जाना था। लेकिन कूरियर कंपनी ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ही पेपर के ट्रंक को 3 मई को रांची से हजारीबाग के ओरिया स्थित ब्लूडार्ट के दफ्तर भेज दिया। इसे सिर्फ एक चालक के भरोसे रांची से हजारीबाग भेजा गया। 3 मई को ही ओरिया से कूरियर कंपनी ने ई-रिक्शा से प्रश्नपत्र को एसबीआई बैंक भेज दिया। ईओयू की टीम कूरियर कंपनी के दफ्तर गई तो उसका संचालक फरार मिला। उसके कर्मियों से पूछताछ की गई है और वहां का सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया गया। कूरियर कंपनी ने इस बात की जानकारी भी ईओयू को नहीं दी कि किस ई-रिक्शा से प्रश्नपत्र बैंक भेजा गया था। अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो रहा है कि 5 मई को पेपर बैंक से सेंटर पहुंचने के दौरान उड़ाया गया है। इसलिए पटना में चिंटू के वॉट्सऐप पर 5 मई की सुबह में उत्तर सहित पेपर आया। हजारीबाग के जिस ओएसिस स्कूल से नीट का पर्चा लीक होने की खबर है, वहां के प्राचार्य डॉ. एहसानउल हक ने बताया, पेपर 5 मई को सुबह के 8:30 बजे मिल गया था। दोपहर 2 बजे से परीक्षा थी और बॉक्स के डिजिटल लॉक बीप की आवाज के साथ दोपहर 1:15 बजे खुलने थे। डिजिटल लॉक नहीं खुला तो हमने 1:20 तक इंतजार किया। फिर एनटीए के कहने पर कटर से काटकर डिजिटल लॉक वाले बक्से को खोला गया। जांच टीम को संदेह है कि डिजिटल लॉक को पहले ही खोला जा चुका था, इसलिए वह समय पर खुद से नहीं खुला। बिहार पुलिस को जांच में पता चला कि जिस पॉली बैग में प्रश्नपत्र पैक था, उसे नीचे से काटा गया और फिर ग्लू से चिपकाया गया था। ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉ एहसान उल हक ने बताया कि स्कूल स्तर पर किसी तरह की लापरवाही नहीं हुई है। बिहार से आई ईओयू की टीम को पूरी जानकारी दे दी है। उन्होंने बताया कि अगर पेपर में किसी तरह की छेड़छाड़ हुई होगी तो सेंटर पहुंचने से पहले ही हुई होगी। ईओयू की अबतक की जांच के अनुसार नीट पेपर लीक गिरोह का सरगना नालंदा का संजीव मुखिया उर्फ लूटन है। संजीव का भांजा राकेश रंजन उर्फ रॉकी रांची में रहता है और एक रेस्टोरेंट खोल रखा है। सूत्रों की मानें तो नीट यूजी पेपर लीक कांड में रॉकी ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रॉकी ने पटना ही नहीं रांची, बोकारो, जमशेदपुर और यूपी के कुछ माफियाओं को भी हल प्रश्नपत्र भेजा था। पता था कि एसबीआई से ही पेपर परीक्षा केंद्र जाएगा एनटीए हर प्रश्नपत्र के दो सेट को दो बैंकों को भेजता है। हजारीबाग में केनरा बैंक और एसबीआई में प्रश्नपत्र भेजा गया था। एनटीए ने तय किया कि एसबीआई का प्रश्नपत्र परीक्षा केंद्रों पर जाएगा। ईओयू की जांच में यह बात आई कि केनरा बैंक को जो प्रश्नपत्र मिला वह इस्तेमाल नहीं हुआ और पेपर का बॉक्स वापस एनटीए को लौट गया। जांच टीम को आशंका है कि कूरियर कंपनी/ट्रांसपोर्टर से मिलकर माफियाओं ने यह पता लगा लिया कि एसबीआई से ही पेपर परीक्षा केंद्र पर जाएगा और इसके बाद इसे रास्ते से उड़ा लिया। इसके अलावा साइबर अपराधियों के पास से 64,500 रुपए, चार मोबाइल, दर्जनों सिम कार्ड और एक होंडा अमेज कार बरामद की गई है। साइबर अपराधियों ने बताया कि ये लोग नौकरी और लोन दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं। उनका गिरोह शेखपुरा, नालंदा और नवादा में एक्टिव है। गिरोह का सरगना शेखपुरा के शेखोपुरसराय के दयानंद कुमार का पुत्र रंजन कुमार है। पुलिस ने रंजन कुमार पर भी केस दर्ज किया है।

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