पटना में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी: सड़कों पर पसरा कूड़ा, लोगों का चलना मुश्किल

पटना। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल का 6वां दिन है। राजधानी की सड़कों पर जहां-तहां कचरा फैला हुआ है। बारिश के कारण ये कचरा और फैल जाता है। सड़ रहे कचरे से दुर्गंध आ रही है, जिससे राहगीरों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। बारिश के मौसम में इस तरह से कचरा पसरा होने से कई बीमारियां फैलने की भी आशंका है। 8 हजार से ज्यादा कर्मचारी सेवा स्थाई करने और वेतन बढ़ोतरी समेत 35 मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। सोमवार को कर्मचारी सीएम हाउस का घेराव करने वाले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स में ही रोक दिया। वही निगम का दावा है कि वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। हालांकि, ये इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। हड़ताल से शहर में सफाई व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। आयुक्त का कहना है कि वेतन बढ़ाया गया है, लेकिन कर्मियों की ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुकेंगे। वही डोर टू डोर कचरा कलेक्शन नहीं होने से लोग सड़क पर कूड़ा फेंकने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कचरे के कारण जाम भी लगने लगा है। वहीं त्योहार नजदीक हैं, ऐसे में शहर की सफाई होनी चाहिए थी, लेकिन हर तरफ कचरा फैल रहा है। कचरे से आम से लेकर खास तक परेशान हैं।
जो कर्मी सफाई के लिए निकल रहे, उन्हें हड़ताली कर्मचारी रोक रहे हैं
वही हड़ताल के बीच जो कर्मी सफाई के लिए निकल रहे हैं, उन्हें हड़ताली कर्मचारी रोक रहे हैं। रविवार रात एनएमसीएच के पास आउटसोर्स कर्मी राहुल कुमार को कचरा उठाने पर हॉकी स्टिक से पीटा गया। उसके होंठ, कान और माथे पर गहरी चोट आई है। उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। इधर, पटना जंक्शन के पास जेसीबी को क्षतिग्रस्त कर दिया। बाइपास के पास भी कर्मियों से मारपीट की गई। पाटलिपुत्रा गोलंबर के पास काम करने से सफाई कर्मियों को रोका जा रहा था। उन्हें धमकाया जा रहा था। इसको लेकर थाने में शिकायत की गई है। इससे पहले 24 सितंबर को भी कई गाड़ियों को तोड़फोड़ की गई थी।
35 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल
पटना नगर निगम के कर्मचारी 35 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। निगम कर्मियों की मुख्य मांग है कि बीते कई सालों से कार्यरत दैनिक कर्मियों को स्थाई किया जाए। न्यूनतम वेतन 18-21 हजार किया जाए। समाप्त किए गए चतुर्थ वर्ग के पद को फिर से बहाल किया जाए। आउटसोर्सिंग व्यवस्था समाप्त कर आउटसोर्स में कार्यरत कर्मियों को नगर निगम कर्मी के रूप में समायोजन किया जाए। समान काम का समान वेतन लागू किया जाए। निगम कर्मियों के स्वास्थ्य सुरक्षा की गांरटी समेत अन्य मांगें शामिल हैं। वही निगम ने दैनिक सफाई कर्मियों के लिए बड़े निर्णय लिए हैं। दैनिक कर्मी को 490 रुपए और सफाई पर्यवेक्षक को 540 रुपए की दर से वेतन दिए जाएंगे। इसके लिए रजिस्ट्रेशन कल से शुरू हो गई थी। 1 अक्टूबर से बढ़े हुए दर से कर्मियों को वेतन भुगतान किया जाएगा।
उपद्रवियों पर रखी जा रही है सीसीटीवी से नजर
पटना नगर के कर्मियों के हड़ताल के दौरान असामाजिक तत्वों और उपद्रवियों पर पटना स्मार्ट सिटी द्वारा लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है। ऐसे उपद्रवियों की पहचान भी की जा रही है। नगर आयुक्त के निर्देश पर इन पर नजर रखी जा रही है और शहर की सफाई व्यवस्था की भी मॉनिटरिंग की जा रही है।

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