बिहार में डोमिसाइल नीति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी, नालंदा में ABVP कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय धरना

नालंदा। प्रदेश में नई शिक्षा नीति व डोमिसाइल नीति को लेकर शुरू हुआ सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। वही शिक्षक बहाली में प्रदेश के छात्रों के हित में डोमिसाइल नीति को वापस लेने व लाठीचार्ज को लेकर ABVP के कार्यकर्ताओं ने नालंदा जिला मुख्यालय के अस्पताल चौराहा पर बुधवार को एक दिवसीय धरना दिया। वही इस धरना को संबोधित करते हुए ABVP के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य सज्जन कुशवाहा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद सदैव ही छात्र हितों में मजबूती से खड़ा रही है। बिहार एक युवा प्रधान राज्य है, जहां उद्योग, कारखानों और रोजगार का घोर अभाव है। ऐसे में राज्य के सभी युवाओं के पास सरकारी नौकरी ही रोजगार के एकमात्र उपाय हैं।
बिहार में टैलेंट की कमी नहीं
वही ABVP के जिला संयोजक अमर राजपूत ने कहा कि 2 जुलाई को पटना में शिक्षक अभ्यार्थियों द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर किए गए लाठीचार्ज की हम घोर निंदा करते हैं। वही इसके लिए बिहार सरकार को सार्वजनिक रूप से उन छात्र-छात्राओं से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा की शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह बिहार में गणित, भौतिकी जैसे विषयों के अभ्यर्थियों की कमी को बताते हैं लेकिन उन्हें विद्यार्थी परिषद यह बता देना चाहता है कि भारत ही नहीं अन्य देशों में भी इन विषयों के बिहारी छात्रों का हमेशा जलवा रहा है। उन्हें ज्ञात हो कि शून्य की खोज करने वाले आर्यभट्ट भी बिहारी ही थें। छात्रों ने कहा कि बिहार में टैलेंट की कोई कमी नहीं है और साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थियों की भी कोई कमी नहीं है। बिहार सरकार पूरी नियुक्ति प्रक्रिया को एक समय सीमा के अंदर पूरा करें। अभी तक 8 बार विज्ञापन में संशोधन किया जा चुका है, जिस प्रकार शिक्षक बहाली निकाली गई है और लगातार जिस प्रकार हमेशा उसमें संशोधन किया जा रहा है इससे यह सिद्ध हो रहा है कि बिना तैयारी के यह बहाली निकाल दी गई है। डोमिसाइल नीति को हटाना बिहार के युवाओं के सपनों को कुचलना व उनके साथ विश्वासघात को दर्शाता है। शिक्षा मंत्री इसके पीछे जो तर्क दे रहे हैं वह बिहार का अपमान है। शिक्षा मंत्री को भी इसके लिए माफी मांगनी चाहिए एवं इस्तीफा देनी चाहिए। वही इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कुमार सानू, नगर सह मंत्री यश सिंह कॉलेज उपाध्यक्ष धर्मपाल, मनीष, अजीत चौधरी, राजा, सनोज, अभिषेक, रजनीश, समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थें!
