सीतामढ़ी में मध्याह्न भोजन खाने से 75 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, खाने में छिपकली मिलने की फैली अफवाह
सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड के मध्य विद्यालय पंचायत भवन रिखौली में मंगलवार को मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) के बाद 75 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। उल्टी, पेट दर्द व सिरदर्द की शिकायतें मिलने पर टेंपो व एंबुलेंस पर लादकर बच्चों को डुमरा पीएचसी व सदर अस्पताल ले जाया गया। सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने विद्यालय पहुंचकर हंगामा किया। आक्रोश देखकर विद्यालय के शिक्षक, रसोइया भाग खड़े हुए। डुमरा थाने की पुलिस व विभागीय पदाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर सभी को शांत कराया। पीएचसी प्रभारी डॉ. अक्षय कुमार ने बताया कि उनके यहां लगभग 50 बच्चों का इलाज हुआ है। इनमें सात को सदर अस्पताल रेफर किया गया। इधर, सदर अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज सौरव कुमार के अनुसार, उनके यहां 25 बच्चे इलाज के लिए लाए गए थे। सभी का इलाज कर दवा दी गई। पीएचसी व सदर अस्पताल लाए गए सभी बच्चों को स्वस्थ पाकर एंबुलेंस से उनके घर पहुंचा दिया गया है। चिकित्सकों ने कहा कि अब कोई चिंता वाली बात नहीं है।
भोजन में छिपकली मिलने की फैली थी अफवाह
डीपीओ एमडीएम आयुष कुमार का कहना है कि डेढ़ बजे के आसपास बच्चों को भोजन कराया जा रहा था। अफवाह फैली कि भोजन में छिपकली मिली है, या जिस पेड़ के नीचे भोजन कराया जा रहा था उस पर से कोई चीज गिरी है। इसके बाद बच्चे बीमार पड़ने लगे। सूचना मिलने पर करीब तीन बजे वह छानबीन के लिए पहुंचे। कक्षावार बच्चों को भोजन कराया जाता है। शुरूआत में पहली कक्षा के बच्चों को भोजन कराया जा रहा था। मेनू में सोयाबीन, आलू और चावल था। कुल मिलाकर 179 बच्चे उपस्थित थे।
रसोइया पर लगाया आरोप
स्थानीय मुखिया बबलू साह का कहना था कि कई अभिभावकों की यहीं शिकायत रहती है कि यहां रसोइया साफ-सफाई से खाना नहीं पकाती है। प्रधानाध्यापक प्रभात चक्रवर्ती ने बताया कि वह दो दिनों से विभागीय कार्य से रुन्नीसैदपुर में प्रतिनियुक्त हैं। इन दो दिनों के लिए शिक्षिका वर्षा कुमारी प्रभार में हैं। डुमरा थाने की पुलिस व डीपीएम आयुष कुमार की मौजूदगी में भोजन को विद्यालय के समीप ही गड्ढा खोदकर डाल दिया गया। सभी बच्चे स्वस्थ हैं।