PATNA : IGIMS में डॉक्टर समेत परिवार के 5 सदस्य कोरोना संक्रमित, अस्पताल परिसर में मास्क अनिवार्य

पटना। एक डॉक्टर के परिवार के पांच सदस्यों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद आईजीआईएमएस में मरीजों के इलाज की व्यवस्था बदल दी गई है। गुरुवार से गैस्ट्रो, नेफ्रो, न्यूरो और कार्डियोलॉजी में इलाज के लिए मरीजों का रजिस्ट्रेशन बाहर बने काउंटर से होगा। वहीं इमरजेंसी छोड़ अन्य सभी वार्डों में आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही मरीज भर्ती होंगे। वहीं ओपीडी और अस्पताल परिसर में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि कई शहरों में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
RTPCR रिपोर्ट में आए पॉजिटिव
आईजीआईएमएस की ईएनटी विभाग की महिला डॉक्टर समेत परिवार के तीन सदस्य आरटीपीसीआर जांच में भी पॉजिटिव पाए गए। चार दिन पहले अपने घर में स्वयं जांच में डॉक्टर, उनकी बहन, मां और दो परिचारिका पॉजिटिव पाई गई थीं। उसके बाद मंगलवार को उनका आरटीपीसीआर के लिए सैंपल लिया गया था। बुधवार को आई रिपोर्ट में डॉक्टर की मां और एक नौकरानी निगेटिव मिले। अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ रामनवमी में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई थीं।
कोरोना के नए मरीजों के सभी संपर्क की होगी जांच
राज्यों में कोरोना के बढ़ते हुए नए मामलों के मद्देनजर बिहार में कोरोना संक्रमितों के संपर्कों की जांच की जाएगी। बिहार में विभिन्न राज्यों से आने वाली बडी संख्या को देखते हुए कोरोना के नए मरीजों के संपर्कों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सभी जिलों के सिविल सर्जनों को कोरोना की रैंडम जांच या आरटीपीसीआर जांच के दौरान संक्रमण के नये मामलों की रोकथाम के लिए ‘टेस्टिंग, ट्रैकिंग एवं ट्रीटमेंट’ के पुराने तरीकों को फिर से प्रयोग में लाने को कहा गया है। हालांकि, राज्य में रोज नये मरीजों की संख्या पांच से कम मिल रही है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग किसी प्रकार का जोखिम लेने की स्थिति में नहीं है।
स्वास्थ्य निदेशालय के अधिकारी संभालेंगे जिम्मेदारी
विभाग ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित स्वास्थ्य निदेशालय के सभी निदेशक प्रमुख, सहायक निदेशक प्रमुखों को विभिन्न जिलों में कोरोना, एईएस एवं जेई के नये मामलों की निगरानी, मरीजों के इलाज इत्यादि की स्थिति की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इसके साथ ही, उन्हें इन मामलों की रिपोर्ट सीधे अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग को करने के निर्देश दिए गए हैं।
आज होगी समीक्षा
वही आज को अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में कोरोना, एईएस एवं जेई नियंत्रण को लेकर उच्च स्तरीय बैठक प्रस्तावित है। इसमें राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह, स्वास्थ्य निदेशालय की निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं, (प्रशासन) सहित सभी निदेशक प्रमुख, सभी सहायक निदेशक प्रमुख, सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य एवं अधीक्षक, सभी जिलों के सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारी ऑनलाइन हिस्सा लेंगे।

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