36वीं पुण्यतिथि पर याद किए गए वीरसेन, दी गई पुष्पांजलि
पटना। बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ लि. (कॉफ्फेड) के प्रबंध निदेशक-सह-फिशकॉफेड के निदेशक ऋषिकेश कश्यप निषाद ने कॉफ्फेड कार्यालय में कहा कि स्व. वीरसेन का व्यक्तित्व अत्यंत प्रभावशाली और आकर्षक था। ये पटना शहर के मछुआटोली मुहल्ले के रहने वाले थे। उनका पैतृक मकान आज भी पटना के काजीपुर मुहल्ले में है। वे लेखक, प्राकृतिक, पत्रकार एवं स्वाधीनता सेनानी थे। वे पहले वामपंथी विचारधाराओं से प्रभावित होकर कई जनआंदोलन में शामिल हुए और जेल गये। फिर बिहार निषाद संघ के संस्थापक महामंत्री बने। उन्होंने बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ लि. की स्थापना में अहम योगदान दिये। विभिन्न कुरीतियों से जकड़ें निषाद समाज में जन्म लेने वाले वीरसेन बाबू प्राकृतिक रूप से मत्स्य तकनीक के विशेषज्ञ भी थे। आर्य समाज में रहकर शास्त्रियों के देखरेख में शिक्षा ग्रहण किया। इसी बीच साहित्यकारों के सहयोग और संसर्ग में आकर पत्रकारिता के माध्यम से हिन्दी साहित्य की सेवा करते हुए समाज को नई दिशा देने का कार्य किया।
इस अवसर पर स्व. वीरसेन के पुत्र, बिहार निषाद संघ के पूर्व महामंत्री शशिभूषण कुमार एवं संघ के अध्यक्ष हरेन्द्र प्रसाद, पुत्रवधू एवं उपाध्यक्ष श्रीमति कृष्णा देवी के अलावे धीरेन्द्र निषाद, ऋषिकेश कश्यप निषाद, अजय कुमार मंडल, मदन गोपाल राय एवं प्रियंबदा कुमारी इत्यादि ने स्व. वीरसेन के तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।


