बिहार विधानसभा चुनाव : विपक्ष एक्शन में, 100 सीट का फार्मूला ले कांग्रेस नेता पहुंचे दिल्ली

पटना। रविवार को गृह मंत्री अमित शाह की बिहार में हुई वर्चुअल रैली के बाद बिहार के सियासत में चुनाव की तैयारी आरंभ हो गई है। इसी साल अक्तूबर-नवंबर में प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब विपक्ष भी फुली चुनावी मूड में आ गया है। विभिन्न दलों ने बैठक व रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रवासी मजदूरों और पीड़ितों की बढ़ती संख्या पर राजनीति में लंबे समय से जुटी कांग्रेस और राजद अब ऐक्शन में आ गई है। दोनों पार्टियां सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर काम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में बिहार कांग्रेस नेताओं की बैठक में कुछ लोगों ने 100 सीटों पर लड़ने तक की मांग रख दी थी। माना जा रहा है कि गठबंधन होता है तो कांग्रेस की सीमित सामाजिक और चुनावी पहुंच देखते हुए उसे 60-70 सीटों के बीच चुनाव लड़ने का मौका मिल सकता है। वैसे भी पिछले दिनों कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा था कि हम इस बार ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ राजद नेता से बात करने के बाद कांग्रेस के एक नेता बिहार से दिल्ली पहुंचे हैं, ताकि वे गांधी परिवार और आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सामने आगामी चुनाव के लिए सीट शेयरिंग और गठबंधन का फॉर्मूला रख सकें। इस बीच यह भी खबर आ रही है कि राजद नेता तेजस्वी यादव गठबंधन पर फैसला लेने के लिए अपने पिता लालू प्रसाद से मिलने रांची जाने वाले हैं। बता दें चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू इस वक्त रांची के रिम्स में बीमारी का इलाज करा रहे हैं।
गौरतलब है कि भाजपा पहले से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। लेकिन इधर विपक्ष महागठबंधन में  कॉर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग उठ रही है। जिसके कारण न तो राजद और न ही कांग्रेस की तरफ से अब तक कोई ऐसा ऐलान किया गया है। बिहार की राजनीति फिजाओं में खबर तो यह भी तैर रही है कि हम प्रमुख जीतन राम मांझी, रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी आने वाले समय में महागठबंधन से नाता तोड़ सकते हैं और तीसरा मोर्चा का गठन कर सकते हैं।

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